कपिल सिब्बल की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
भारत के दो जवानों की हत्या और उनके शवों को क्षत-विक्षत करने की घटना को बर्बरता बताते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पूछा है कि क्या केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चूड़ियां भेजेंगी, क्योंकि साल 2013 में इसी तरह की घटना के बाद वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजना चाहती थीं.
2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान भारतीय जवानों पर हमले के बाद स्मृति ईरानी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजने की पेशकश की थी.
कांग्रेस प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'पाकिस्तान द्वारा बर्बर तरीके से हमला करने तथा हमारे दो जवानों के शवों को क्षत-विक्षत करने की घटना की हम कड़े से कड़े शब्दों में घोर निंदा करते हैं.' सिब्बल ने कहा, 'संप्रग के शासन में एक महिला सांसद (स्मृति ईरानी) थीं, जिन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री को चूड़ियां भेंट करनी चाहिए. क्या अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चूड़ियां भेजेंगी?'
उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए एक नीति होनी चाहिए और सरकार को इस पर विपक्ष के साथ चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को चुनाव प्रचार अभियान से फुरसत मिले, तब तो सीमा की सुरक्षा होगी. आखिर यह कौन सी सरकार है, जो जानती है कि पाकिस्तान अपना रास्ता कभी नहीं बदलेगा, इसके बावजूद उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को पठानकोट बुलाया.'
साल 2016 में पठानकोट में वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को पठानकोट जाने की इजाजत दी गई थी. सिब्बल ने कहा, 'बीते 35 महीनों के दौरान, जम्मू एवं कश्मीर में 135 जवान शहीद हो गए. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?'
सिब्बल ने आश्चर्य जताते हुए कहा, 'उन्होंने (पीएम मोदी ने) कहा था कि नोटबंदी से आतंकवाद पर लगाम लगेगी, लेकिन उसके बाद तो आतंकवादी हमले और बढ़ गए. मुझे याद है, जब साल 2013 में हमारे जवान हेमराज का सिर कलम किया गया था, उस वक्त सुषमाजी (विदेश मंत्री सुषमा स्वराज) ने कहा था कि हमें एक के बदले 10 सिर चाहिए..दो सिर के बदले उन्हें कितने सिर चाहिए?'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान भारतीय जवानों पर हमले के बाद स्मृति ईरानी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजने की पेशकश की थी.
कांग्रेस प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'पाकिस्तान द्वारा बर्बर तरीके से हमला करने तथा हमारे दो जवानों के शवों को क्षत-विक्षत करने की घटना की हम कड़े से कड़े शब्दों में घोर निंदा करते हैं.' सिब्बल ने कहा, 'संप्रग के शासन में एक महिला सांसद (स्मृति ईरानी) थीं, जिन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री को चूड़ियां भेंट करनी चाहिए. क्या अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चूड़ियां भेजेंगी?'
उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए एक नीति होनी चाहिए और सरकार को इस पर विपक्ष के साथ चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को चुनाव प्रचार अभियान से फुरसत मिले, तब तो सीमा की सुरक्षा होगी. आखिर यह कौन सी सरकार है, जो जानती है कि पाकिस्तान अपना रास्ता कभी नहीं बदलेगा, इसके बावजूद उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को पठानकोट बुलाया.'
साल 2016 में पठानकोट में वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले की जांच के सिलसिले में पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को पठानकोट जाने की इजाजत दी गई थी. सिब्बल ने कहा, 'बीते 35 महीनों के दौरान, जम्मू एवं कश्मीर में 135 जवान शहीद हो गए. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?'
सिब्बल ने आश्चर्य जताते हुए कहा, 'उन्होंने (पीएम मोदी ने) कहा था कि नोटबंदी से आतंकवाद पर लगाम लगेगी, लेकिन उसके बाद तो आतंकवादी हमले और बढ़ गए. मुझे याद है, जब साल 2013 में हमारे जवान हेमराज का सिर कलम किया गया था, उस वक्त सुषमाजी (विदेश मंत्री सुषमा स्वराज) ने कहा था कि हमें एक के बदले 10 सिर चाहिए..दो सिर के बदले उन्हें कितने सिर चाहिए?'
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