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This Article is From Jun 03, 2021

VIDEO: UP में वैक्सीन से डरी बुजुर्ग महिला ड्रम के पीछे छिपी, बोलीं- 'हम टीका ना लगवाई'

Covid-19 UP Vaccination: कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccination) को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किस कदर अफवाह फैली है इसका जीता जागता उदाहरण आज उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा (Etawah) में देखने को मिला.

उत्तर प्रदेश के इटावा में कोरोना के टीके से डरी महिला का वीडियो हो रहा वायरल.

इटावा:

कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccination) को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किस कदर अफवाह फैली है इसका जीता जागता उदाहरण आज उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा (Etawah) में देखने को मिला. इटावा के इकदिल इलाके में एक बुजुर्ग महिला वैक्सीन लगवाने के डर से घर में रखे ड्रम के पीछे जा छिपी. इकदिल इलाके में कोरोना का टीका लगवाने से डरे लोगों में टीके के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार की तरफ से मुहिम चल रही हैं. जिला प्रशासन की टीम हेल्थ वर्कर्स के साथ गांव-गांव घूम कर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है.

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जब जिला प्रशासन की टीम बुजुर्ग महिला के घर के पास पहुंची तो वह भाग कर घर में चली गई. तब तक उन्हें भीड़ में से किसी शख्स की आवाज सुनाई दी कि "अम्मा वैक्सीनेशन करने वाले आये हैं, बाहर आओ." यह सुनते ही महिला को लगा कि अब उसका बच पाना नामुमकिन है. टीका लगाने वाले उसे पकड़ ले जाएंगे. ऐसे में उसे घर में रखा अनाज का ड्रम ही नजर आया. वो ड्रम के पीछे छिप गई. 

हेल्थ वर्कर्स बुजुर्ग महिला के पास गए, उसे बाहर लेकर आए और काफी समझाने की कोशिश की. लेकिन वह नहीं मानी. हेल्थ वर्कर्स को उम्मीद है कि जब वह दोबारा अम्मा को समझाने जाएंगे तो वो जरूर मान जाएंगी. 

कोरोना के टीके को लेकर गावों में बहुत तरह के अंधविश्वास हैं. जिसकी वजह से लोग टीका लगवाने का विरोध कर रहे हैं. बाराबंकी ज़िले में तो टीका लगाने वाले लोग पहुंचे तो करीब दर्जन भर गांव वाले उनसे जान बचाने को सरयू नदी में कूद गए. रायबरेली के एक गांव में हेल्थ वर्कर्स के पहुंचने की खबर पहुंचती तो 50 की संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर उनका रास्ता रोक कर खड़े हो गए. हेल्थ वर्कर्स वहां से भाग निकले. कई और जगहों पर आशा वर्कर्स के साथ बदतमीज़ी और मारपीट भी हुई है. 

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गांव वालों में टीके को लेकर तरह-तरह का भ्रम हैं. कुछ को लगता है कि यह ज़हरीले टीके हैं, कुछ को लगता है टीका लगवाने वाले बच्चे नहीं पैदा कर सकेंगे तो कुछ समझते हैं कि टीका लगवाने के बाद भी कई लोग मर गए हैं. फिर ऐसा टीका लगवाने से क्या फायदा? यही वजह है कि प्रशासन टीका लगवाने के लिए लोगों को तरह-तरह का लालच भी दे रही है. इटावा में नियम बना दिया है कि शराब वही लोग खरीद सकेंगे जो टीका लगवाने का सर्टिफिकेट दिखाएंगे. फ़िरोज़ाबाद के डी एम ने आदेश निकाला कि सिर्फ उन्हीं सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह मिलेगी जिन्हें टीका लग चुका होगा.

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