प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election) में सासाराम में पहली रैली की. मंच पर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की मौजूदगी में पीएम मोदी विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला. मोदी ने कहा कि बिहार के भले के लिए हम फिर नीतीश जी के साथ आए. इस रैली में उन्होंने ये बड़ी बातें कहीं..
1. बिहार के लोग कन्फ्यूजन में नहीं रहते. जितनी भी रिपोर्ट, सर्वेक्षण आ रहे हैं, उसने यह साफ बता दिया है कि बिहार के लोगों ने चुनाव के पहले अपना स्पष्ट संदेश सुना दिया है.
2,बिहार का मतदाता तो इतना बड़ा समझदार है कि वह भ्रम फैलाने वालों की हर कोशिश नाकाम कर रहा है. बिहार चुनाव में लोगों ने ठान लिया है, जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी नहीं फटकने देंगे.
3. पिछले छह साल में बिजली के खपत तीन गुना बढ़ गई है. अंधेरे से उजाले की ओर बढऩा इसी को कहते हैं. बिहार के लोग वो दिन भूल नहीं सकते, जब सूरज अस्त होते ही सब कुछ ठप पड़ जाता है. आज बिजली, सड़क के साथ माहौल भी बदला है.
4. जिन लोगों ने एक-एक सरकारी नौकरी को हमेशा लाखों-करोड़ों का जरिया माना, युवाओं से रिश्वत खाई, वे फिर बढ़ते बिहार को ललचाई नजरों से देख रहे हैं.
5. बिहार को जो प्रधानमंत्री पैकेज मिला था, उससे काम की रफ्तार तेजी से आगे बढ़ी है. कभी गरीब का राशन उसी दुकानों में लूट लिया जाता था, हमने कोरोना काल में गरीबों को राशन मुफ्त पहुंचाया गया है.
6. मंडी और एमएसपी (MSP) का बहाना है, असल में कुछ लोगों का मकसद बिचौलियों औऱ दलालों का बचाना है, जब किसानों को सीधे खाते में पैसे डालने का काम शुरू हुआ था, राफेल (Rafale)का सौदा हुआ तब भी यही हुआ था. इन लोगों के लिए देश हित की जगह दलालों का हित ज्यादा महत्वपूर्ण है. जब चोट होती है तो तिलमिला जाते हैं.
7. जिन लोगों ने बिहार (Bihar) का 15 साल तक मान मर्दन किया, भ्रष्टाचार किया, लेकिन जनता ने इन्हें बेदखल कर दिया तो ये लोग बौखला गए. दस साल तक इन लोगों ने दिल्ली में यूपीए की सरकार में रहते हुए बिहार पर, बिहार के लोगों पर गुस्सा निकाला. बिहार के काम में रोड़े अटकाए गए. नीतीश जी के दस साल बर्बाद कर दिए.
8. बिहार को विकास के नए सफर पर आगे जाना है. नीतीश की अगुवाई में यह काम तेजी से होगा. गरीबों, दलितों और वंचितों को पक्का घर, बिजली औऱ पानी बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है.
9. ये लोग जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 को वापस लाने की बात कर रहे हैं. इन्हें बिहार की जनता विधानसभा चुनाव के दौरान करारा जवाब देगी.
10. पिछले चुनाव के बाद नीतीश जी इनके खेल को भांप गए, उन्हें लगा कि इन लोगों के साथ रहते हुए बिहार का भला तो छोड़िए, बिहार औऱ 15 साल पीछे चला जाएगा तो उन्हें सत्ता छोड़ने का फैसला लेना पड़ा. बिहार के हित के लिए उन्होंने ऐसा किया.
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