केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर के वायरल हुए दो वीडियो गृह मंत्रालय के लिए चिंता का सबब हैं. पहला जिसमें सीआरपीएफ के जवानों से बदसलूकी की गई और दूसरा जिसमें सेना ने एक पत्थरबाज़ को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल किया. केन्द्रीय गृह मंत्रालय में इसे लेकर एक लंबी बैठक हुई. बैठक के बाद ये साफ़ कर दिया गया कि इन दोनों वीडियो के आधार पर जांच चल रही है और राज्य पुलिस की तफ़्तीश के बिना किसी को क्लीन चिट नहीं दी जाएगी. उधर घाटी में बढ़ती हुई हिंसा को देखते हुए केंद्र अब कश्मीर को लेकर अपनी रणनीति बदलने जा रहा है.
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक सरकार को लग रहा है कि ऐसे कई वीडियो पाकिस्तान से आ रहे हैं. इंटरनेट बैन करके इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इससे सामाजिक अलगाव और बढ़ेगा. हाल के चुनावों के बाद माहौल और खराब किया गया है और पत्थरबाज़ों को जानबूझ कर पुलिस पर हमले के लिए उकसाया जा रहा है. मंत्रालय का ये भी कहना है कि किसी एक वीडियो पर नई रणनीति नहीं बनाई जा सकती, मगर सुरक्षा बलों को संयम से काम लेना होगा, ये साफ़ है. अभी पर्यटन का सीज़न आने वाला है और इस वक़्त माहौल न सुधरा तो नए संकट पैदा होंगे.
जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह का कहना है, 'केंद्र और राज्य सरकार मिल कर मुद्दे की बारीकी देखते हुए क़दम उठा रहे हैं.' वैसे मीटिंग में वार्ता पर भी बात हुई. केंद्र जानता है कि रास्ता बातचीत से ही निकलेगा लेकिन समस्या ये है कि बातचीत अगर की जाए तो किस से की जाए.
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक सरकार को लग रहा है कि ऐसे कई वीडियो पाकिस्तान से आ रहे हैं. इंटरनेट बैन करके इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इससे सामाजिक अलगाव और बढ़ेगा. हाल के चुनावों के बाद माहौल और खराब किया गया है और पत्थरबाज़ों को जानबूझ कर पुलिस पर हमले के लिए उकसाया जा रहा है. मंत्रालय का ये भी कहना है कि किसी एक वीडियो पर नई रणनीति नहीं बनाई जा सकती, मगर सुरक्षा बलों को संयम से काम लेना होगा, ये साफ़ है. अभी पर्यटन का सीज़न आने वाला है और इस वक़्त माहौल न सुधरा तो नए संकट पैदा होंगे.
जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह का कहना है, 'केंद्र और राज्य सरकार मिल कर मुद्दे की बारीकी देखते हुए क़दम उठा रहे हैं.' वैसे मीटिंग में वार्ता पर भी बात हुई. केंद्र जानता है कि रास्ता बातचीत से ही निकलेगा लेकिन समस्या ये है कि बातचीत अगर की जाए तो किस से की जाए.
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