यह ख़बर 13 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में एंटनी का कड़ी कार्रवाई का वादा

खास बातें

  • रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि यदि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में रिश्वत लेना साबित हो जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर, सरकार ने फिन्मेकेनिका कंपनी को किए जाने वाले भुगतानों पर सीबीआई जांच पूरी किए जाने तक रोक लगा दी है।
नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि यदि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में रिश्वत लेना साबित हो जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इधर, वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में घोटाले की बात सामने आने के बाद भारत ने कंपनी से नौ हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति के साथ ही बाकी बचे 2400 करोड़ रुपये के भुगतान पर रोक लगा दी। यह रोक तब तक लगी रहेगी जब तक सीबीआई जांच के परिणाम नहीं आते।

भारत को 12 हेलीकॉप्टरों में से तीन हेलीकॉप्टर पहले ही प्राप्त हो चुके हैं जिसके लिए 3600 करोड़ रुपये का सौदा वर्ष 2010 में हुआ था। अगस्तावेस्टलैंड से तीन हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति अगले महीने होने वाली थी जबकि बाकी छह हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति इस वर्ष बाद में होनी थी।

रक्षा मंत्रालय सू़त्रों ने बताया कि भारत ने भुगतान की जाने वाली राशि में से करीब 30 प्रतिशत का भुगतान पहले ही कर दिया है लेकिन बाकी 2400 करोड़ रुपये के भुगतान पर सीबीआई जांच के परिणाम सामने आने तक रोक लगी रह सकती है।

दूसरी ओर, भारतीय वायुसेना के लिए 12 हेलीकॉप्टरों के 75 करोड़ डॉलर के सौदे में रिश्वत के आरोप सामने आने के बाद विपक्ष इस मुद्दे को संसद के आगामी सत्र के दौरान जोरशोर से उठाने की तैयारी में जुट गया है।

एंटनी ने कहा कि इतालवी अधिकारियों द्वारा फिन्मेकेनिका कंपनी के प्रमुख को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को मामले की जांच शीघ्र पूरी करने के लिए कहा गया है।

एंटनी ने कहा, "हमने सीबीआई से इस मामले की जल्द से जल्द जांच करने के लिए कहा है। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि सीबीआई की रपट मिलने के बाद हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे, जिसमें सौदा रद्द करने से लेकर कंपनियों को काली सूची में डालना भी शामिल है। लेकिन सीबीआई की रिपोर्ट से पहले मैं किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहता।"

एंटनी ने कहा कि यदि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि होती है कि वायुसेना द्वारा अति विशिष्ट लोगों के लिए 12 अगस्टावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए किए गए 75 करोड़ डॉलर के सौदे में धांधली हुई है तो दोषी व्यक्तियों के खिलाफ 'कड़ी कार्रवाई' की जाएगी।

एंटनी ने कहा, "हम हर बिंदु की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। यदि समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया गया है तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे। हम इस बात को लेकर चिंतित नहीं हैं कि वे कौन हैं या कितने बड़े हैं।"

रक्षा मंत्री ने इस मामले में तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी की कथित संलिप्तता से संबंधित मीडिया रपटों को नजरअंदाज करने का प्रयास किया। त्यागी के कार्यकाल में ही अगस्टा वेस्टलैंड सौदे से सम्बंधित बातचीत हुई थी।

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए त्यागी ने एक टेलीविजन चैनल से कहा, "यह मेरे लिए हैरान करने वाली बात है और मुझे लगता है कि सभी को इससे हैरानी हुई है। यह पूरी वायुसेना के लिए बुरी खबर है।"

त्यागी ने कहा, "आरोप है कि मैंने अगस्टा के अनुकूल आवश्यकताओं में बदलाव के लिए रिश्वत ली। बदलाव वायु सेना मुख्यालय ने नहीं किए। अंतिम बदलाव को रक्षा मंत्री ने मंजूरी दी।" उन्होंने कहा, "वायुसेना मुख्यालय इसकी अनुशंसा कर सकता है। लेकिन जहां तक मेरी जानकारी है, वायुसेना मुख्यालय ने किसी बदलाव की अनुशंसा नहीं की। मैं हैरान हूं। इस मामले में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।"

एक समाचार-पत्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि त्यागी के खिलाफ आरोप इटली में अभियोजकों द्वारा मंगलवार को शुरुआती जांच रिपोर्ट में लगाए गए हैं।

कांग्रेस ने सीबीआई जांच का स्वागत किया है। पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस सौदे पर बातचीत जिस समय शुरू हुई थी उस समय केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार सत्ता में थी। नियंत्रक एवं महालेखाकार ने सौदे को संसाधन का दुरुपयोग कहा था।

दूसरी ओर विपक्ष इस सौदे की तुलना बोफोर्स रिश्वत कांड के साथ कर रही है। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शासन काल में हुए बोफोर्स तोप सौदे में रिश्वत के आरोपों के कारण ही 1989 में हुए चुनाव में कांग्रेस की पराजय हुई थी।

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भाजपा ने हेलीकॉप्टर सौदे की जांच में देरी पर भी सवाल खड़े किए हैं। पार्टी ने कहा है कि वह इस मुद्दे को 21 फरवरी से शुरू होने जा रहे संसद के बजट सत्र के दौरान उठाएगी।