नई दिल्ली:
बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर प्रहार करते हुए पूछा कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला सत्ता में रहते वक्त स्वायत्तता के मुद्दे पर चुप क्यों रहे।
आडवाणी के ब्लॉग के जवाब में उमर ने ट्विटर पर लिखा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता को अपने ब्लॉग का कुछ स्थान 1998 से 2004 के बीच धारा 370 की चुप्पी का जवाब देने में भी करना चाहिए।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और राज्य के मुख्य प्रवक्ता जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘उमर ट्विटर पर ही बता दें कि शेख अब्दुल्ला ने 1975 और 1983 के बीच स्वायत्तता के मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे रखी जब वह पूर्ण बहुमत से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे और राज्य विधानसभा में उन्हें कांग्रेस का पूर्ण समर्थन हासिल था।’’
स्वायत्ता को लेकर तत्कालीन राजग सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘जवाब बहुत सरल है कि आडवाणी बहुदलीय राजग सरकार के सदस्य थे जिसमें उमर अब्दुल्ला भी शामिल थे और धारा 370 पर कुछ करने के लिए भाजपा के पास पर्याप्त संख्या नहीं थी।’’
आडवाणी के ब्लॉग के जवाब में उमर ने ट्विटर पर लिखा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता को अपने ब्लॉग का कुछ स्थान 1998 से 2004 के बीच धारा 370 की चुप्पी का जवाब देने में भी करना चाहिए।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और राज्य के मुख्य प्रवक्ता जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘उमर ट्विटर पर ही बता दें कि शेख अब्दुल्ला ने 1975 और 1983 के बीच स्वायत्तता के मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे रखी जब वह पूर्ण बहुमत से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे और राज्य विधानसभा में उन्हें कांग्रेस का पूर्ण समर्थन हासिल था।’’
स्वायत्ता को लेकर तत्कालीन राजग सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘जवाब बहुत सरल है कि आडवाणी बहुदलीय राजग सरकार के सदस्य थे जिसमें उमर अब्दुल्ला भी शामिल थे और धारा 370 पर कुछ करने के लिए भाजपा के पास पर्याप्त संख्या नहीं थी।’’
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