कर्नाटक के मंत्री बीसी नागेश ने आज दावा किया कि कल भगवा रंग के कपड़े पहने युवकों की भीड़ के सामने बुर्का पहने खड़ी कॉलेज की छात्रा जिसका वीडियो सामने आया था, उसने खुद ही इस विरोध प्रदर्शन के लिए उकसाया था. प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा "वो लोग लड़की का घेराव नहीं करना चाहते थे, लेकिन जब वह अल्लाह-हू-अकबर चिल्ला रही थी, तो उसके आस-पास एक भी छात्र नहीं था. उसने अल्लाह-हू-अकबर कह कर क्यों उकसाया. कॉलेज परिसर में "अल्लाह-हू-अकबर" या "जय श्री राम" जैसे नारों को प्रोत्साहित नहीं किया जा सकता." मंत्री ने कहा, "कोई भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में नहीं ले सकता. सरकार किसी भी उपद्रवी को नहीं छोड़ेगी."
शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब के इस्तेमाल को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मांड्या प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में टकराव के वीडियो कल व्यापक रूप से साझा किए गए थे. इन वीडियो में एक युवती, जिसकी पहचान बाद में मुस्कान के रूप में हुई, उसे अपना स्कूटर पार्क कर कक्षा के लिए जाते हुए देखा जाता है. वीडियो में उसी समय वहां भगवा स्कार्फ पहने पुरुषों का एक समूह "जय श्री राम" के नारे लगाता उसकी ओर बढ़ता दिखता है.
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बिना डरे वह युवती हवा में अपनी बांह उठाकर "अल्लाह-हु-अकबर!" के साथ जवाब देती दिखती है. जैसे ही पुरुष उसकी ओर दौड़ते हैं और उसका पीछा करते हैं, वह "अल्लाह-हु-अकबर!" चिल्लाते हुए चलती रहती है. कुछ ही मिनटों में कॉलेज के अधिकारी उसके पास पहुंचते हैं और उसे वहां से सुरक्षित ले जाते हैं.
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मुस्कान ने बाद में एनडीटीवी से कहा, "जब मैं कॉलेज में दाखिल हुई तो वे मुझे सिर्फ इसलिए नहीं जाने दे रहे थे क्योंकि मैंने बुर्का पहन रखा था... वे जय श्री राम के नारे लगाने लगे, इसलिए मैं अल्लाह हू अकबर चिल्लाने लगी. प्राचार्य और व्याख्याताओं ने मेरा समर्थन किया और मेरी रक्षा की."
उसने यह भी कहा कि उसे परेशान करने वाले ज्यादातर पुरुष कॉलेज के बाहर के थे. उसने कहा कि उस समूह में केवल 10 प्रतिशत पुरुषों को ही वह कॉलेज में छात्रों के रूप में जानती थी.
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