पंजाब में कांग्रेस नेताओं के कश्मीर औऱ पाकिस्तान को लेकर दिए गए विवादित बयानों पर सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को घेरा है. नड्डा ने पूछा है कि क्या पाकिस्तान और कश्मीर (Kashmir and Pakistan) को लेकर पंजाब के कांग्रेस नेताओं (Punjab Congress leaders) के बयानों को कांग्रेस आलाकमान का समर्थन हासिल है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने सिद्धू के सलाहकारों के बयानों की आलोचना की है.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं को राज्य के कांग्रेस नेतृत्व और दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान का पूरा संरक्षण मिला हुआ है. उनके द्वारा दिए गए बयान निंदनीय है. वे लगातार गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. ऐसे बयान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा (national security) के लिए गंभीर प्रभाव पैदा करने वाले हैं.
I would urge the topmost national leadership of the Congress to state clearly whether they support the remarks on Kashmir and Pakistan made by Congress leaders in Punjab? Silence on the matter will be seen as implicit support to such objectionable remarks.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 24, 2021
बयानों पर बवाल : सलाहकारों के कमेंट्स को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू बीजेपी के निशाने पर
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों मालविंदर सिंह और प्यारे लाल गर्ग ने पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर विवादित बयान दिए हैं. नड्डा ने ट्वीट कर कहा, मैं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से राज्य इकाई को यह बताने के लिए कहूंगा कि वो पाकिस्तान और कश्मीर मुद्दे पर पार्टी के स्थानीय नेताओं के बयानों का समर्थन करते हैं. उनकी खामोशी को ऐसे आपत्तिजनक बयानों का अप्रत्यक्ष समर्थन ही माना जाएगा.
पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिद्धू ने अपने सलाहकारों मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग (Malwinder Singh Mali and Pyare Lal Garg) को पटियाला में अपने घर पर तलब किया था.माली ने अपनी हालिया फेसबुक पोस्ट में लिखा था, "दोनों भारत और पाकिस्तान कश्मीर पर अवैध कब्जेदार हैं. कश्मीर सिर्फ कश्मीरियों का है. यूएन के प्रस्ताव के सिद्धांतों के खिलाफ, भारत और पाकिस्तान ने गैरकानूनी तरीके से कश्मीर को हड़प लिया. अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था, तो अनुच्छेद 370 और 35ए की जरूरत ही क्यों थी?. राजा हरि सिंह के साथ विशेष प्रावधान क्या था?"
एक अन्य पोस्ट में माली ने तालिबान के बारे में लिखा, "अब यह उनकी जिम्मेदारी है कि वो सिख और हिन्दुओं की सुरक्षा करें. अफगानिस्तान के हालात सुधारने के लिए तालिबान अब शासन करेंगे, जो पहले जैसा नहीं होगा."माली ने जून में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का एक स्केच भी पोस्ट किया था, जिसमें वो मानव अवशेषों के पास खड़ी थीं. उनके हाथ में एक बंदूक थी.
इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा था, "हर दमन की हार होती है." यह स्केन 1984 के दंगों से जुड़ा था, जब इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सैकड़ों की तादाद में सिखों की हत्या की गई थी. इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख सुरक्षागार्डों ने की थी. यह स्केच जून 1989 में पंजाबी मैगजीन जंतक पैगाम के संस्करण में प्रकाशित हुआ था, जिसका संपादन माली करते थे.
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