पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी. (फाइल फोटो)
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान हिंसा की खबरों के बीच राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) ने बुधवार को राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मुलाकात की और चुनाव तैयारियों की उन्हें जानकारी दी. वहीं, भाजपा ने एसईसी पर शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अक्षम रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के इंतजाम के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करने का फैसला किया है. एसईसी एके सिंह ने यहां राजभवन में त्रिपाठी से मुलाकात के बाद कहा, 'मैं राज्यपाल से मिलने आया था और मैंने चुनाव तैयारियों की उन्हें जानकारी दी.'
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मुख्य सचिव मलय डे ने भी अलग से राज्यपाल से मुलाकात की. दरअसल, उन्हें मिलने बुलाया गया था. भाजपा, वाम मोर्चा और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आतंक का शासन कायम किया और विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोक दिया. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है.
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इस बीच, प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, 'हम उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे, ताकि पंचायत चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो सकें. हम केंद्रीय बलों की तैनाती चाहते हैं, क्योंकि एसईसी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में पूरी तरह से अक्षम है.' भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की. गौरतलब है कि राज्य में पंचायत चुनाव एक, तीन और पांच मई को होंगे. नामांकन भरने की तारीख दो अप्रैल से लेकर नौ अप्रैल तक है. मतगणना आठ मई को होगी.
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मुख्य सचिव मलय डे ने भी अलग से राज्यपाल से मुलाकात की. दरअसल, उन्हें मिलने बुलाया गया था. भाजपा, वाम मोर्चा और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आतंक का शासन कायम किया और विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोक दिया. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है.
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इस बीच, प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, 'हम उच्चतम न्यायालय का रुख करेंगे, ताकि पंचायत चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो सकें. हम केंद्रीय बलों की तैनाती चाहते हैं, क्योंकि एसईसी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में पूरी तरह से अक्षम है.' भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की. गौरतलब है कि राज्य में पंचायत चुनाव एक, तीन और पांच मई को होंगे. नामांकन भरने की तारीख दो अप्रैल से लेकर नौ अप्रैल तक है. मतगणना आठ मई को होगी.
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