कांग्रेस ने भारत में फेसबुक की लोक नीति मामलों की प्रमुख आंखी दास के इस्तीफे का बुधवार को स्वागत किया और साथ ही यह भी कहा कि इस सोशल मीडिया कंपनी को अपनी तटस्थता कायम करने के लिए संस्थागत प्रकियाओं में बदलाव करना चाहिए. पार्टी के संगठन महासचसचिव के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, ‘‘कांग्रेस फेसबुक इंडिया का नेतृत्व करने वाली टीम में बदलाव का स्वागत करती है. बहरहाल, एक व्यक्ति को बदलने से मामले का समाधान नहीं होगा.''
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘फेसबुक को अपनी संस्थागत प्रक्रियाओं और मानक परिचालन प्रक्रियाओं का कायापलट करके अपनी तटस्थता का परिचय देना होगा ताकि यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी जांच-परख की व्यवस्था बने कि किसी व्यक्ति के राजनीतिक झुकाव का कोई असर नहीं होगा.''
कांग्रेस नेता ने कहा कि फेसबुक को फर्जी, ध्रुवीकरण करने वाले और घृणा फैलाने वाले समाचारों/सामग्रियों के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे क्योंकि ये भारत के सामाजिक सद्भाव के लिये खतरा पैदा कर रहे हैं.
वेणुगोपाल ने ‘वाल स्ट्रीट जर्नल' में एक खबर प्रकाशित होने के बाद फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को पत्र लिखकर कंपनी की भारतीय इकाई के शीर्ष पदाधिकारियों को हटाने और निष्पक्ष जांच की मांग की थी.
आंखी दास को लेकर विवाद 15 अगस्त को वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के बाद शुरू हुआ. रिपोर्ट में उन पर आरोप लगाया गया था कि आंखी दास ने भाजपा अैर कुछ हिंदू संगठनों से जुड़े नेताओं के नफरत फैलाने वाली टिप्पणियों के खिलाफ कार्रवाई को बाधित किया.
रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने के एक दिन पहले दास ने लिखा था, ‘‘हमने उनके सोशल मीडिया अभियान की हवा निकाल दी और बाकी निश्चित रूप से इतिहास है.'' वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि आंखी दास ने 2012 के विधानसभा चुनावों के लिये भाजपा को सोशल मीडिया अभियान के लिये प्रशिक्षित किया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं