कोलकाता:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकतंत्र में आखिरी फैसला लोगों का होने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पिछले चार साल में किए गए विकास कार्य के बूते अगले साल का विधानसभा चुनाव जीतेगी।
ममता ने ट्वीट किया, 'लोकतंत्र में आखिरी फैसला लोगों का होता है। विकास पर हमारे रिकॉर्ड इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि हम 2016 में फिर से जीतेंगे।'
ममता के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर राज्य के वित्तमंत्री अमित मित्रा ने बताया, 'ट्वीट के बारे में उनसे ही पूछना बेहतर होगा। लेकिन उन्होंने कहा कि लोग आखिरी फैसला करेंगे। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा कि योजनागत खर्च और पूंजीगत खर्च में वृद्धि, भौतिक और सामाजिक ढांचे में बेहतरी जैसे घटनाक्रम हुए हैं।' मित्रा ने कहा, 'इसलिए उन्होंने कहा कि वह राज्य में हुए विकास कार्य को लेकर आश्वस्त हैं। यह जमीनी स्तर पर हुए काम पर आधारित है। यह स्वभाविक और तार्किक है।'
इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, 'ममता का बयान शासन के नाम पर उनकी घबराहट को जाहिर करता है, क्योंकि वह बहुत अच्छी तरह से जानती हैं कि उनकी सरकार ने शासन के नाम पर कुछ नहीं किया है। बंगाल में भाजपा के उभरने ने उन्हें अधिक घबराहट में डाला है।'
वहीं माकपा के पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि वह विश्वास में कमी के चलते ऐसा कह रही हैं। उन्होंने कहा, 'वह बंगाल की असली तस्वीर जानती हैं और वह जानती हैं कि उनका कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ है। इसलिए वह वापसी करने के लिए आश्वस्त नहीं है।'
ममता ने ट्वीट किया, 'लोकतंत्र में आखिरी फैसला लोगों का होता है। विकास पर हमारे रिकॉर्ड इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि हम 2016 में फिर से जीतेंगे।'
ममता के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर राज्य के वित्तमंत्री अमित मित्रा ने बताया, 'ट्वीट के बारे में उनसे ही पूछना बेहतर होगा। लेकिन उन्होंने कहा कि लोग आखिरी फैसला करेंगे। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा कि योजनागत खर्च और पूंजीगत खर्च में वृद्धि, भौतिक और सामाजिक ढांचे में बेहतरी जैसे घटनाक्रम हुए हैं।' मित्रा ने कहा, 'इसलिए उन्होंने कहा कि वह राज्य में हुए विकास कार्य को लेकर आश्वस्त हैं। यह जमीनी स्तर पर हुए काम पर आधारित है। यह स्वभाविक और तार्किक है।'
इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, 'ममता का बयान शासन के नाम पर उनकी घबराहट को जाहिर करता है, क्योंकि वह बहुत अच्छी तरह से जानती हैं कि उनकी सरकार ने शासन के नाम पर कुछ नहीं किया है। बंगाल में भाजपा के उभरने ने उन्हें अधिक घबराहट में डाला है।'
वहीं माकपा के पोलित ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि वह विश्वास में कमी के चलते ऐसा कह रही हैं। उन्होंने कहा, 'वह बंगाल की असली तस्वीर जानती हैं और वह जानती हैं कि उनका कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ है। इसलिए वह वापसी करने के लिए आश्वस्त नहीं है।'
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