
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर परोक्ष हमला करते हुए गुरुवार को राज्य में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों के विकास में सहयोग का वादा किया और कहा कि उनकी सरकार सांप्रदायिक तनाव कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
राज्य अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, "अल्पसंख्यक शब्द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी जातियों और धर्मों की समानता के लिए काम करेगी और अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करेगी।
ममता ने कहा, "अल्पसंख्यक शब्द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं, पता नहीं क्यों। मैं एक बंगाली हूं, लेकिन जब असम में थी, तब मैं अल्पसंख्यक थी। कुछ लोग हैं जो अलग-अलग समुदायों के बीच अलगाव के बीज बोना चाहते हैं।" उन्होंने कहा कि वह दंगों के सख्त खिलाफ हैं।
अल्पसंख्यकों के लिए शुरू की गई एक परियोजना का उद्घाटन करते हुए ममता ने कहा, "यह बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए आगे आएं। दो समुदायों के बीच इसी तरह विश्वास मजबूत होगा।"
उन्होंने चोरी जैसे छोटे-मोटे मामलों में भी सांप्रदायिकता पैदा करने वालों पर हमला करते हुए कहा, "मुझे सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वालों से सख्त नफरत है। अपराधी, सिर्फ अपराधी होता है। इस बीच में धर्म को नहीं लाना चाहिए।"
एक खास समुदाय को अधिक तवज्जो देने के आरोप का खंडन करते हुए ममता ने कहा, "कुछ लोगों का आरोप है कि मैं हिंदुओं के लिए काम नहीं करती हूं। उन्हें अपने आंख-कान खुले रखने चाहिए। मैं सबके लिए काम करती हूं। यह मेरा संवैधानिक कर्तव्य है।"
उन्होंने आगे कहा, "लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। विकास की राह में षड्यंत्र के लिए कोई जगह नहीं है।"
ममता इससे पहले भी कई बार भाजपा को 'दंगा कराने वाली पार्टी' बताती रही हैं।
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