कोलकाता:
ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के दौरान पश्चिम बंगाल से जगह-जगह से हिंसा की ख़बरें आ रही हैं। मुर्शिदाबाद में सीपीएम और तृणमूल समर्थक आपस में भिड़ गए और दोनों ओर से जमकर लाठियां भांजी गई और एक-दूसरे पर पत्थर भी बरसाए गए। हालांकि इस दौरान यहां पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन वो चुपचाप देखती रही। लेकिन बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें वहां से हटाया। दरअसल, सीपीएम हड़ताल के समर्थन में हैं, जबकि तृणमूल इसके विरोध में है।
वैसे, पश्चिम बंगाल में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यहां महिलाएं भी हड़ताल में बढ़-चढ़कर शामिल हुई हैं। कोलकाता के धर्मतला में हड़ताल समर्थक महिलाएं पुलिस से भिड़ती नज़र आईं। महिलाएं लगातार नारेबाज़ी कर रही थीं। महिला पुलिस उन्हें रोकने पहुंची और महिलाओं को ज़बरदस्ती हिरासत में लिया गया। उन्हें पुलिस की गाड़ियों में बिठाकर ले जाया गया। हालांकि उसके बावजूद भी हड़तालियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा।
बंद के दौरान पश्चिम बंगाल के कई और शहरों से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की ख़बरें भी हैं। इसके अलावा सोदपुर में भी ट्रेन रोक रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। नॉर्थ 24 परगना ज़िले में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की।
वैसे, पश्चिम बंगाल में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यहां महिलाएं भी हड़ताल में बढ़-चढ़कर शामिल हुई हैं। कोलकाता के धर्मतला में हड़ताल समर्थक महिलाएं पुलिस से भिड़ती नज़र आईं। महिलाएं लगातार नारेबाज़ी कर रही थीं। महिला पुलिस उन्हें रोकने पहुंची और महिलाओं को ज़बरदस्ती हिरासत में लिया गया। उन्हें पुलिस की गाड़ियों में बिठाकर ले जाया गया। हालांकि उसके बावजूद भी हड़तालियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा।
बंद के दौरान पश्चिम बंगाल के कई और शहरों से पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की ख़बरें भी हैं। इसके अलावा सोदपुर में भी ट्रेन रोक रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। नॉर्थ 24 परगना ज़िले में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं