उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बीच में ही खत्म की हैदराबाद की यात्रा. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग संबंधी नोटिस पर संविधानविदों और कानूनी विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया. राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों के अनुसार नायडू ने याचिका को स्वीकारने और ठुकराने को लेकर संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप, पूर्व विधि सचिव पीके मल्होत्रा सहित अन्य विशेषज्ञों से कानूनी राय ली. समझा जाता है कि नायडू जल्द ही विपक्षी दलों के इस नोटिस पर कोई फैसला करेंगे. उपराष्ट्रपति ने इसके लिए अपनी हैदराबाद की यात्रा बीच में ही समाप्त कर दी. गौरतलब है कि कांग्रेस ने वेकैंया नायडू को CJI दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग का नोटिस सौंपा था.
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अधिकारियों के अनुसार नायडू ने मामले की गंभीरता के मद्देनज़र आज हैदराबाद के अपने कुछ कार्यक्रमों को रद्द कर कानूनविदों के साथ बैठक की. राज्यसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, पूर्व विधि सचिव मल्होत्रा और विधायी मामलों के पूर्व सचिव संजय सिंह से नायडू ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया.
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अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी विचार-विमर्श किया और वह उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी से भी मुलाकात कर सकते हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस सहित सात विपक्षी दलों ने राज्यसभा के सभापति नायडू को न्यायमूर्ति मिश्रा के खिलाफ कदाचार का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए महाभियोग का नोटिस दिया था.था. नायडू अगर इस नोटिस को स्वीकार करते हैं तो प्रक्रिया के नियमों के अनुसार विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उन्हें न्यायविदों की तीन सदस्यों की एक समिति का गठन करना होगा.
VIDEO : चीफ जस्टिस के खिलाफ कांग्रेस का महाभियोग नोटिस...
एक सूत्र ने बताया कि उप राष्ट्रपति को सोमवार को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के दीक्षांत समारोह में भाग लेने का कार्यक्रम था. उनके 24 अप्रैल को स्वर्ण भारत ट्रस्ट जाने और फिर नई दिल्ली रवाना होने का कार्यक्रम था, लेकिन वह आज दोपहर लौट गए.
(इनपुट : भाषा)
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अधिकारियों के अनुसार नायडू ने मामले की गंभीरता के मद्देनज़र आज हैदराबाद के अपने कुछ कार्यक्रमों को रद्द कर कानूनविदों के साथ बैठक की. राज्यसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, पूर्व विधि सचिव मल्होत्रा और विधायी मामलों के पूर्व सचिव संजय सिंह से नायडू ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया.
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अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने राज्यसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी विचार-विमर्श किया और वह उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी से भी मुलाकात कर सकते हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस सहित सात विपक्षी दलों ने राज्यसभा के सभापति नायडू को न्यायमूर्ति मिश्रा के खिलाफ कदाचार का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए महाभियोग का नोटिस दिया था.था. नायडू अगर इस नोटिस को स्वीकार करते हैं तो प्रक्रिया के नियमों के अनुसार विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उन्हें न्यायविदों की तीन सदस्यों की एक समिति का गठन करना होगा.
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एक सूत्र ने बताया कि उप राष्ट्रपति को सोमवार को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के दीक्षांत समारोह में भाग लेने का कार्यक्रम था. उनके 24 अप्रैल को स्वर्ण भारत ट्रस्ट जाने और फिर नई दिल्ली रवाना होने का कार्यक्रम था, लेकिन वह आज दोपहर लौट गए.
(इनपुट : भाषा)
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