कोविड-19 के बढते कहर के बीच विश्वप्रसिद्ध हिमालयी धाम गंगोत्रीधाम के कपाट आज विधिविधान पूर्वक बैशाख शुक्ल तृतीया के शुभमुहुर्त पर सुबह 7.31बजे खुल गए. कल मां गंगा की भोगमूर्ति भैरोंघाटी पहुंची थी. आज सुबह चार बजे मां गंगा की डोली ने गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया है. इस अवसर पर मां गंगा की पूजा-अर्चना और आरती हुई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी यहां श्रद्धालुओं के जाने पर रोक है. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते ऐसा लगातार दूसरी बार हुआ है. पिछले साल भी केवल तीर्थ पुरोहित और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में ही धाम के कपाट खुले थे.
इससे पहले अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री के कपाट खोले गए थे. यमुनोत्री में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई थी. शुक्रवार सवा बारह बजे विधिवत पूजा अर्चना के साथ यमुनोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों, बडकोट के उपजिलाधिकारी चतर सिंह तथा तीर्थ पुरोहितों सहित कुल 25 लोगों की मौजूदगी में यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. अब इसके बाद केदारनाथ मंदिर के कपाट 17 मई को और बदरीनाथ के कपाट 18 मई को खुलेंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश में संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 29 अप्रैल को चारधाम यात्रा स्थगित करने की घोषणा की थी और कहा था कि धामों के कपाट नियत समय पर खुलेंगे लेकिन उनमें पूजा पाठ केवल तीर्थ पुरोहित ही करेंगे.
(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)
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