अमेरिकी पर्यटक जॉन एलेन चाऊ .
पोर्ट ब्लेयर:
बीते महीने अंडमान एवं निकोबार द्वीप (Andaman and Nicobar) समूह के नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड (North Sentinel Island) में एक अमेरिकी पर्यटक जॉन एलेन चाऊ (John Allen Chau) की हत्या का मामला सामने आया था. मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के प्रमुख नंदकुमार साई ने एक नया खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि सेंटिनल आदिवासियों के हाथों मारा गया अमेरिकी नागरिक वहां सुनियोजित रोमांचक यात्रा पर गया था. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर सेंटिनल जैसी कई आदिम जनजातियां हैं, जिनसे बाहरी लोगों के संपर्क करने पर पाबंदी है. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच से ऐसा लगता है कि अमेरिकी नागरिक जॉन एलन चाऊ वहां सुनियोजित रोमांचक यात्रा पर गया था. उन्होंने कहा कि जांच अभी जारी है.
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बता दें कि उत्तरी सेंटिनल द्वीप पर संरक्षित तथा एकांतवासी आदिवासियों ने 27 वर्षीय चाऊ की हत्या कर दी थी. चाऊ कुछ मछुआरों की मदद से वहां पहुंचे थे. उत्तरी सेंटिनल द्वीप पर जाने पर पाबंदी है. साई ने बताया कि चाऊ की यात्रा में मदद करने वाले लोगों की पहचान की कोशिश जारी है. इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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उन्होंने कहा, 'इन द्वीपों पर रहने वाले आदिम जनजाति के लोगों पर विदेशी नागरिकों की हमेशा से नजर रही है और उन्होंने पहले भी जनजातीय लोगों से संपर्क करने के प्रयास किए हैं. हमें इन जनजातियों के लोगों की सुरक्षा करने और उनके रहने के स्थान को बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह बंद करने की जरूरत है.'
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जानिये सेंटिनल आदिवासियों के बारे में
आजकल लोगों के लिए बिजली, इंटरनेट और मोबाइल आम जरूरत है. इसके बिना लोगों का गुजारा नहीं होता. हर छोटी से छोटी चीज के लिए इसकी जरूरत पड़ती है. लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां न बिजली है, न मोबाइल है और न इंटरनेट. इनको तो ये भी नहीं पता कि ये चीज होती क्या है. यहां जो भी जाता है उस पर ये हमला कर देते हैं. ये जनजाति इंडियन ओशन के नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड में रहती है.
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dailymail की खबर के मुताबिक, तकरीबन 60 हजार साल से ये लोग रह रहे हैं. किसी से भी इन लोगों का कॉन्टेक्ट नहीं है. जो भी उनसे मिला है इन लोगों ने हमला ही किया है. यहां से जो भी प्लेन या फिर हेलिकॉप्टर गुजरता है उन पर ये लोग तीरों में आग लगाकर मारते हैं. इन पर यूट्यूब पर एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री है. जिस पर 2 मिलियन व्यूज आए थे. जहां पर उनकी थोड़ी-बहुत जानकारी है.
(इनपुट: भाषा)
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बता दें कि उत्तरी सेंटिनल द्वीप पर संरक्षित तथा एकांतवासी आदिवासियों ने 27 वर्षीय चाऊ की हत्या कर दी थी. चाऊ कुछ मछुआरों की मदद से वहां पहुंचे थे. उत्तरी सेंटिनल द्वीप पर जाने पर पाबंदी है. साई ने बताया कि चाऊ की यात्रा में मदद करने वाले लोगों की पहचान की कोशिश जारी है. इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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उन्होंने कहा, 'इन द्वीपों पर रहने वाले आदिम जनजाति के लोगों पर विदेशी नागरिकों की हमेशा से नजर रही है और उन्होंने पहले भी जनजातीय लोगों से संपर्क करने के प्रयास किए हैं. हमें इन जनजातियों के लोगों की सुरक्षा करने और उनके रहने के स्थान को बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह बंद करने की जरूरत है.'
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आजकल लोगों के लिए बिजली, इंटरनेट और मोबाइल आम जरूरत है. इसके बिना लोगों का गुजारा नहीं होता. हर छोटी से छोटी चीज के लिए इसकी जरूरत पड़ती है. लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां न बिजली है, न मोबाइल है और न इंटरनेट. इनको तो ये भी नहीं पता कि ये चीज होती क्या है. यहां जो भी जाता है उस पर ये हमला कर देते हैं. ये जनजाति इंडियन ओशन के नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड में रहती है.
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dailymail की खबर के मुताबिक, तकरीबन 60 हजार साल से ये लोग रह रहे हैं. किसी से भी इन लोगों का कॉन्टेक्ट नहीं है. जो भी उनसे मिला है इन लोगों ने हमला ही किया है. यहां से जो भी प्लेन या फिर हेलिकॉप्टर गुजरता है उन पर ये लोग तीरों में आग लगाकर मारते हैं. इन पर यूट्यूब पर एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री है. जिस पर 2 मिलियन व्यूज आए थे. जहां पर उनकी थोड़ी-बहुत जानकारी है.
(इनपुट: भाषा)
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