लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ज्वाइन करने वाली एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस ने उत्तरी मुंबई सीट से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार चुना था. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उर्मिला मातोंडकर ने प्रेस नोट जारी किया है. जिसमें उन्होंने लिखा, ''मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. पहली बार मैंने इस्तीफे के बारे में तब सोचा जब मेरे कई प्रयासों के बाद 16 मई को दिए गए पत्रों पर तात्कालीन मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद, मेरे निराकरण के लिए, विशेषाधिकार प्राप्त और गोपनीय संचार वाले उक्त पत्र को आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया, जो मेरे अनुसार एक बड़ा विश्वासघात का कार्य था.''
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उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने अपने बयान में कहा कि मुंबई कांग्रेस के मुख्य पदाधिकारी या तो पार्टी को मजबूत बनाना ही नहीं चाहते हैं अथवा वे ऐसा करने में अक्षम हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं निहित स्वार्थों (वाले व्यक्तियों) को इस बात की इजाजत नहीं देती कि मुंबई कांग्रेस में किसी बड़े लक्ष्य पर काम करने के बजाय मेरा इस्तेमाल ऐसे माध्यम के रूप में किया जाए जिससे अंदरूनी गुटबाजी का सामना किया जा सके.'
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उर्मिला (Urmila Matondkar) ने कहा कि उनके मन में पहली बार इस्तीफा देने की बात तब आई जब मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को 16 मई के लिखे पत्र में उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर 'कोई कार्रवाई' नहीं की गई. अपने पत्र में उन्होंने मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरूपम के करीबी सहयोगियों संदेश कोंदविल्कर और भूषण पाटिल के कृत्यों की आलोचना की थी. उन्होंने कहा, 'उक्त पत्र में विशेषाधिकार प्राप्त और गोपनीय बातें थीं, जिसे आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया, जो मेरे अनुसार घोर विश्वासघात था.'
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उन्होंने कहा, 'कहने की जरूरत नहीं है कि मेरे द्वारा लगातार विरोध के बावजूद पार्टी में किसी भी व्यक्ति ने माफी नहीं मांगी या मेरे प्रति कोई सरोकार नहीं दिखाया.' मातोंडकर ने दावा किया कि उत्तरी मुंबई में कांग्रेस के 'घटिया प्रदर्शन' के लिए कुछ जिम्मेदार लोगों के नाम उन्होंने अपने पत्र में लिखे, लेकिन उनकी जवाबदेही तय करने की जगह उन्हें नए पदों के रूप पुरस्कार दिया गया. उन्होंने कहा, 'यह स्वाभाविक है कि मुंबई कांग्रेस के मुख्य पदाधिकारी या तो अक्षम हैं अथवा बदलाव लाने और पार्टी की भलाई संगठन में परिवर्तन लाने के लिए संकल्पबद्ध नहीं हैं.' मातोंडकर के बयान में उनके अगले राजनीतिक कदम के बारे में कुछ नहीं कहा गया है. बहरहाल, उन्होंने कहा कि वह 'विचारों एवं विचारधाराओं' के पक्ष में खड़ी हुई हैं तथा वह लोगों के लिए 'ईमानदारी एवं गरिमा' के साथ काम करती रहेंगी.
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