 
                                            ममता बनर्जी (फाइल फोट)
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के प्लेन में ईंधन कम होने का मामला आज संसद में उठा. टीएमसी के सुदीप बंधोपाध्याय ने कहा कि ममता की जान को इससे खतरा हो सकता था, यह एक साजिश थी. इसके बाद इस मामले की जांच को लेकर लोकसभा और राज्यसभा के दोनों सदनों में हंगामा हुआ.
डीजीसीए ने दिए जांच के आदेश
नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि डीजीसीए ने तीन विमानों में कम ईंधन होने के मामले में जांच का आदेश दिया है, जिनमें से कोलकाता उतरने वाले एक विमान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं.
विपक्ष ने की थी जांच की मांग
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और रिपोर्ट सदन में रखी जानी चाहिए. वहीं जेडीयू सांसद शरद यादव ने कहा कि सरकार इसकी जांच के तुरंत आदेश दें. उधर, मायावती ने कहा कि इस मामले को राजनीति से अलग हटकर देखना चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
ममता बनर्जी के विमान में कम ईंधन के मुद्दे पर इंडिगो का बयान
पटना से कोलकाता जाने वाली इंडिगो फ्लाइट की सामान्य लैंडिंग हुई थी, एयर ट्रैफिक की वजह से फ्लाइट को होल्ड किया गया था. एटीसी कंट्रोलर को गलतफहमी हुई जिसकी वजह से उन्होंने कोलकाता एयरपोर्ट पर दमकल की गाड़ियों और एम्बुलेंस को पहुंचने के आदेश दिए. किसी भी स्टेज पर कप्तान ने आपातकाल या ईंधन की कमी की घोषणा नहीं की. लैंडिंग के बाद भी प्लेन में न्यूनतम मात्रा से अधिक ईंधन था.
टीएमसी ने बताया ममता को मारने का षडयंत्र
गौरतलब है कि कोलकाता स्थित एनएससीबीआई हवाईअड्डे पर बुधवार रात निजी एयरलाइन कंपनी का एक विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं. इस पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था.वह इंडिगो की फ्लाइट से पटना से कोलकाता आ रही थीं.
एटीसी ने विमान को उतरने की इजाजत देरी से दी
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम, ममता के साथ उसी विमान में थे. उन्होंने यद्यपि विमान के उतरने के लिए एटीसी से ''अनुमति मिलने में देरी'' पर कड़ी आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री को मारने का एक षड्यंत्र है.
पायलट ने कहा था 5 मिनट में उतर जाएगा विमान
हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा. उन्होंने कहा, 'पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.' हकीम ने कहा, 'यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.
                                                                        
                                    
                                डीजीसीए ने दिए जांच के आदेश
नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि डीजीसीए ने तीन विमानों में कम ईंधन होने के मामले में जांच का आदेश दिया है, जिनमें से कोलकाता उतरने वाले एक विमान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं.
विपक्ष ने की थी जांच की मांग
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और रिपोर्ट सदन में रखी जानी चाहिए. वहीं जेडीयू सांसद शरद यादव ने कहा कि सरकार इसकी जांच के तुरंत आदेश दें. उधर, मायावती ने कहा कि इस मामले को राजनीति से अलग हटकर देखना चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
ममता बनर्जी के विमान में कम ईंधन के मुद्दे पर इंडिगो का बयान
पटना से कोलकाता जाने वाली इंडिगो फ्लाइट की सामान्य लैंडिंग हुई थी, एयर ट्रैफिक की वजह से फ्लाइट को होल्ड किया गया था. एटीसी कंट्रोलर को गलतफहमी हुई जिसकी वजह से उन्होंने कोलकाता एयरपोर्ट पर दमकल की गाड़ियों और एम्बुलेंस को पहुंचने के आदेश दिए. किसी भी स्टेज पर कप्तान ने आपातकाल या ईंधन की कमी की घोषणा नहीं की. लैंडिंग के बाद भी प्लेन में न्यूनतम मात्रा से अधिक ईंधन था.
टीएमसी ने बताया ममता को मारने का षडयंत्र
गौरतलब है कि कोलकाता स्थित एनएससीबीआई हवाईअड्डे पर बुधवार रात निजी एयरलाइन कंपनी का एक विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सवार थीं. इस पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था.वह इंडिगो की फ्लाइट से पटना से कोलकाता आ रही थीं.
एटीसी ने विमान को उतरने की इजाजत देरी से दी
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम, ममता के साथ उसी विमान में थे. उन्होंने यद्यपि विमान के उतरने के लिए एटीसी से ''अनुमति मिलने में देरी'' पर कड़ी आपत्ति जताई और आरोप लगाया कि यह मुख्यमंत्री को मारने का एक षड्यंत्र है.
पायलट ने कहा था 5 मिनट में उतर जाएगा विमान
हकीम ने दावा किया कि पायलट ने कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर घोषणा की कि विमान पांच मिनट के भीतर उतर जाएगा, विमान अंतत: आधे घंटे से अधिक समय बाद उतरा. उन्होंने कहा, 'पायलट ने विमान को उतारने के लिए एटीसी से अनुमति मांगी क्योंकि विमान में ईंधन कम था लेकिन एटीसी ने विमान को रोके रखा.' हकीम ने कहा, 'यह और कुछ नहीं बल्कि हमारे मुख्यमंत्री की हत्या का षड्यंत्र था क्योंकि उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है और जनविरोधी निर्णय के खिलाफ जन आंदोलन के लिए देश का दौरा कर रही हैं.' संपर्क किए जाने पर एटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है.
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