
'नई पहल' किट 'आशा' कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित की जाएंगी...
- विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के अवसर पर यूपी सरकार योजना शुरू करेगी
- नवविवाहितों को 'नई पहल' किट मिलेगी, जिसमें परिवार नियोजन पर संदेश भी होगा
- ये 'नई पहल' किट 'आशा' कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित की जाएंगी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
आमतौर पर विवाह के समय युगल को उपहार दिए जाने की परम्परा सभी जगह होती है, और रिश्ते-नातेदारों के साथ-साथ परिचित और मित्र भी ढेरों तोहफे देकर नवविवाहितों को सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दिया करते हैं... लेकिन उत्तर प्रदेश में विवाह करने जा रहे और हाल ही में विवाह कर चुके प्रत्येक युवक-युवती को अब राज्य सरकार की ओर से भी एक अनूठा तोहफा दिया जाएगा, जो कॉन्डोम और गर्भनिरोधक गोलियों की सूरत में होगा...
11 जुलाई, यानी विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुरू की जा रही राज्य सरकार की योजना के तहत नवविवाहितों को 'नई पहल' किट दी जाएगी, जिसमें कॉन्डोम और गर्भनिरोधक गोलियों के अलावा सुरक्षित सेक्स व परिवार नियोजन की महत्ता पर एक संदेश, तौलियों-रूमालों का एक पैकेट, एक नेल-कटर, एक कंघा तथा आईना होगा... ये 'नई पहल' किट 'आशा' (ASHA या Accredited Social Health Activist) कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित की जाएंगी...
राज्य सरकार की यह योजना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सबसे ज़्यादा जन्म दर वाले सात राज्यों के लिए शुरू की गई 'मिशन परिवार विकास' योजना के अंतर्गत चलाई जाएगी... इन राज्यों में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और असम शामिल हैं...
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य युगल के बीच संवाद को बढ़ावा देना तथा परिवार नियोजन पर मिलकर फैसला करने के लिए प्रेरित करना है...
उत्तर प्रदेश में मिशन परिवार विकास का संचालन कर रहे अवनीश सक्सेना ने कहा, "इस योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में नवविवाहितों तक पहुंचना है... हमारे देश में युवक-युवतियों को विवाह-पूर्व सलाह-मशविरा देने की कोई व्यवस्था या प्रणाली नहीं है, जैसी पश्चिमी देशों में होती है... हमें उम्मीद है कि इन किटों के ज़रिये हम उन्हें शुरुआत से ही शिक्षित कर पाएंगे..."
कुछ लोगों द्वारा 'शगुन' के नाम से पुकारी जा रही राज्य सरकार की इस योजना की विपक्ष ने आलोचना की है... कांग्रेस नेता पीएल पूनिया ने कहा, "अगर वे (योगी आदित्यनाथ सरकार) ऐसी कोई पहल करना चाहते हैं, तो इसे सही तरीके से योजना बनाकर संगठित तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए था..."
11 जुलाई, यानी विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुरू की जा रही राज्य सरकार की योजना के तहत नवविवाहितों को 'नई पहल' किट दी जाएगी, जिसमें कॉन्डोम और गर्भनिरोधक गोलियों के अलावा सुरक्षित सेक्स व परिवार नियोजन की महत्ता पर एक संदेश, तौलियों-रूमालों का एक पैकेट, एक नेल-कटर, एक कंघा तथा आईना होगा... ये 'नई पहल' किट 'आशा' (ASHA या Accredited Social Health Activist) कार्यकर्ताओं द्वारा वितरित की जाएंगी...
राज्य सरकार की यह योजना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सबसे ज़्यादा जन्म दर वाले सात राज्यों के लिए शुरू की गई 'मिशन परिवार विकास' योजना के अंतर्गत चलाई जाएगी... इन राज्यों में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और असम शामिल हैं...
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य युगल के बीच संवाद को बढ़ावा देना तथा परिवार नियोजन पर मिलकर फैसला करने के लिए प्रेरित करना है...
उत्तर प्रदेश में मिशन परिवार विकास का संचालन कर रहे अवनीश सक्सेना ने कहा, "इस योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में नवविवाहितों तक पहुंचना है... हमारे देश में युवक-युवतियों को विवाह-पूर्व सलाह-मशविरा देने की कोई व्यवस्था या प्रणाली नहीं है, जैसी पश्चिमी देशों में होती है... हमें उम्मीद है कि इन किटों के ज़रिये हम उन्हें शुरुआत से ही शिक्षित कर पाएंगे..."
कुछ लोगों द्वारा 'शगुन' के नाम से पुकारी जा रही राज्य सरकार की इस योजना की विपक्ष ने आलोचना की है... कांग्रेस नेता पीएल पूनिया ने कहा, "अगर वे (योगी आदित्यनाथ सरकार) ऐसी कोई पहल करना चाहते हैं, तो इसे सही तरीके से योजना बनाकर संगठित तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए था..."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं