मामले में आरोपी यूपी के राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पत्रकार जगेंद्र सिंह को कथित रूप से जलाकर मार डालने के मामले में छापा मार दल में शामिल रहे पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) ए. सतीश गणेश ने संवाददाताओं से कहा, 'जगेंद्र सिंह की कथित हत्या में नामजद शाहजहांपुर चौक थाने के तत्कालीन दारोगा श्रीप्रकाश राय समेत छापा दल में शामिल रहे सभी पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।'
उन्होंने बताया कि इस मामले में दर्ज एफआईआर में प्रदेश के राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा और दारोगा श्रीप्रकाश राय के अलावा चार अज्ञात पुलिसकर्मियों का भी जिक्र किया गया था।
यह बताते हुए कि श्रीप्रकाश राय का तबादला झांसी कर दिया गया था। गणेश ने बताया कि जांच के बाद छापा मार टीम में उनके साथ मौजूद रहे उपनिरीक्षक क्रांतिवीर सिंह, प्रधानआरक्षी सुभाष चंद्र यादव और आरक्षी उदयवीर एवं मंसूर को निलंबित कर दिया गया है। यह चारों फिलहाल शाहजहांपुर में ही तैनात थे।
उन्होंने बताया कि जांच के सिलसिले में अब तक मृतक पत्रकार जगेंद्र के बड़े बेटे, पिता, पत्नी तथा छोटे बेटे का बयान दर्ज कर लिया गया है। बयान अलग-अलग दर्ज किया गया है और उसकी वीडियोग्राफी भी करायी गयी है। गणेश ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों का भी अलग-अलग बयान दर्ज कराया जायेगा और उसकी वीडियोग्राफी भी होगी।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुरादाबाद, बरेली तथा लखनउ की फोरेंसिक टीमों ने कल जाकर मौके से कुछ सामग्री एक की है। विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते में मिलने की उम्मीद है।
मृतक पत्रकार ने मरने से पहले जो बयान दर्ज कराया था, वह फिलहाल अदालत में है और उसे हासिल करने की कानूनी प्रक्रिया की जा रही है, ताकि उसे भी केस डायरी का हिस्सा बनाया जा सके।
राज्यमंत्री से पूछताछ किए जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'अभी शुरुआती स्तर पर मौके से सुबूत जुटाने का काम किया जा रहा है और जांच के दौरान जब भी स्थिति आएगी तो वह काम (राज्यमंत्री वर्मा से पूछताछ) भी किया जाएगा।'
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) ए. सतीश गणेश ने संवाददाताओं से कहा, 'जगेंद्र सिंह की कथित हत्या में नामजद शाहजहांपुर चौक थाने के तत्कालीन दारोगा श्रीप्रकाश राय समेत छापा दल में शामिल रहे सभी पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।'
उन्होंने बताया कि इस मामले में दर्ज एफआईआर में प्रदेश के राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा और दारोगा श्रीप्रकाश राय के अलावा चार अज्ञात पुलिसकर्मियों का भी जिक्र किया गया था।
यह बताते हुए कि श्रीप्रकाश राय का तबादला झांसी कर दिया गया था। गणेश ने बताया कि जांच के बाद छापा मार टीम में उनके साथ मौजूद रहे उपनिरीक्षक क्रांतिवीर सिंह, प्रधानआरक्षी सुभाष चंद्र यादव और आरक्षी उदयवीर एवं मंसूर को निलंबित कर दिया गया है। यह चारों फिलहाल शाहजहांपुर में ही तैनात थे।
उन्होंने बताया कि जांच के सिलसिले में अब तक मृतक पत्रकार जगेंद्र के बड़े बेटे, पिता, पत्नी तथा छोटे बेटे का बयान दर्ज कर लिया गया है। बयान अलग-अलग दर्ज किया गया है और उसकी वीडियोग्राफी भी करायी गयी है। गणेश ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों का भी अलग-अलग बयान दर्ज कराया जायेगा और उसकी वीडियोग्राफी भी होगी।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुरादाबाद, बरेली तथा लखनउ की फोरेंसिक टीमों ने कल जाकर मौके से कुछ सामग्री एक की है। विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते में मिलने की उम्मीद है।
मृतक पत्रकार ने मरने से पहले जो बयान दर्ज कराया था, वह फिलहाल अदालत में है और उसे हासिल करने की कानूनी प्रक्रिया की जा रही है, ताकि उसे भी केस डायरी का हिस्सा बनाया जा सके।
राज्यमंत्री से पूछताछ किए जाने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'अभी शुरुआती स्तर पर मौके से सुबूत जुटाने का काम किया जा रहा है और जांच के दौरान जब भी स्थिति आएगी तो वह काम (राज्यमंत्री वर्मा से पूछताछ) भी किया जाएगा।'
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