यूपी में चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है. केशव प्रसाद मौर्य के बेटे को आशीर्वाद देने सीएम योगी आदित्यनाथ उनके घर पहुंचे. इससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं. क्या चुनाव से पहले ये अपना घर दुरुस्त करने की कोशिश है. चार साल में यह पहली बार है जब सीएम योगी डिप्टी सीएम के आवास गए. बताया जा रहा है कि केशव के घर पर दोनों नेताओं के बीच लगभग डेढ़ घंटे तक बात चली. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास 5 कालीदास मार्ग पर है.वहां एक आवास छोड़कर ही केशव प्रसाद मौर्य का बंगला है. वैसे कहा जा रहा है कि केशव मौर्य के बेटे की शादी में योगी शामिल नहीं हो पाए थे इसलिए वे वर-वधू को आशीर्वाद देने गए थे, लेकिन केशव मौर्य के हाल के बयानों को देखते हुए इस मुलाक़ात के कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. केशव मौर्य टीवी चैनलों से बातचीत में लगातार ये कहते रहे हैं कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ये बीजेपी आलाकमान तय करेगा.
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बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य और योगी के बीच मनमुटाव की खबरें सामने आती रही हैं. ये पूरा मामला दिल्ली भी पहुंचा. यही नहीं पंचायत चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद से पार्टी विधानसभा चुनावों को लेकर सतर्क हो गई. नाराज नेताओं को मनाने की कोशिशें हो रही हैं. यूपी में योगी सरकार के कामकाज की समीक्षा भी की गई. दिल्ली से कई वरिष्ठ नेता इस काम के लिए भेजे गए थे. सभी ने योगी के कार्यों की तारीफ की थी. इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात भी थी.
गौरतलब है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी बयान दे चुके हैं कि बीजेपी 2022 का चुनाव योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ेगी. जब केशव प्रसाद मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि सीएम का फेस दिल्ली तय करेगा. इसी बात से अंदाजा लगाया जा रहा था कि दोनों के बीच मनमुटाव है.
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