UP Turncoats : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election Results) में पाला बदलने वाले कई दिग्गजों को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. यूपी सरकार में करीब पांच साल कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को फाजिलनगर सीट से हार का सामना करना पड़ा. जबकि उन्हीं की तरह पिछड़ा वर्ग से अन्याय की मांग करते हुए बीजेपी छोड़ने वाले नेता दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) भी घोसी सीट से जीत गए हैं. उन्होंने बीजेपी के विजय कुमार राजभर पर करीब चार हजार वोटों से जीत दर्ज की. यहां बीएसपी तीसरे स्थान पर हैं. फाजिलनगर (Fazil Nagar) सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य को 29647 वोट मिले. जबकि बीजेपी के सुरेंद्र कुमार कुशवाहा को 55913 वोट मिले और वो बड़े अंतर से जीते. स्वामी प्रसाद अपनी पडरौना सीट छोड़कर यहां चुनाव लड़ने आए थे. वहीं धर्म सिंह सैनी भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर नकुड़ सीट से चुनाव लड़ रहे थे और वो भी बीजेपी (BJP) के मुकेश चौधरी से मुकाबला हार गए. अमेठी से संजय सिंह को भी अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा. बरेली में पति प्रवीण ऐरन के साथ समाजवादी पार्टी में आईं सुप्रिया ऐरन भी हार गईं. सिरसागंज से हरिओम यादव और बेहट नरेश सैनी को भी हार का मुंह देखना पड़ा.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी हार के बाद कू पर पोस्ट डालकर कहा कि 'समस्त विजयी प्रत्याशियों को बधाई. जनादेश का सम्मान करता हूं. चुनाव हारा हूं, हिम्मत नहीं. संघर्ष का अभियान जारी रहेगा.'
राजेश त्रिपाठी बीजेपी के चिल्लूपार सीट से जीत गए हैं. जबकि पाला बदलने वाले और बाहुबली हरि शंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी चुनाव हार गए. हालांकि बीएसपी छोड़कर सपा में आए दिग्गज नेता राम अचल राजभर अकबरपुर सीट से चुनाव जीत गए. कटेहरी सीट से लालजी वर्मा ने भी जीत हासिल की. पांच बार के विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लालजी वर्मा बीएसपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए थे.
सीतापुर से विधायक राकेश राठौड़ ने भी 2022 के चुनाव से पहले बीजेपी छोड़ी और समाजवादी पार्टी से टिकट ले लिया. पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे विनयशंकर तिवारी चिल्लूपार सीट से चुनाव मैदान में थे. हरिशंकर तिवारी बीएसपी छोड़ सपा में शामिल हुए थे.बसपा में रहते हुए 5-5 बार विधायक राम अचल राजभर और लालजी वर्मा इस बार सपा से चुनाव लड़ रहे हैं. राजभर औऱ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वर्मा को बसपा ने पार्टी से निकाला था. सपा ने अंबेडकरनगर जिले की चार सीटों पर बसपा के दलबदलुओं को टिकट दिया था.
इनमें अकबरपुर से रामअचल राजभर, कटेहरी से लालजी वर्मा, जलालपुर से राकेश पांडेय और आलापुर से त्रिभुवनदत्त समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े. चुनाव के ठीक पहले पाला बदलने वाले बीजेपी सरकार के मंत्रियों में धर्म सिंह सैनी भी चर्चित रहे. वो 2002 से लगातार विधायक रहे हैं और उन्हें सपा ने इमरान मसूद की नाराजगी मोल लेते हुए नकुड़ सीट से प्रत्याशी बनाया. वो तीन बार बीएसपी और 2017 में बीजेपी से एमएलए बने. उन्होंने इमरान मसूद को ही पिछले चुनाव में हराया था. इस सीट पर बीजेपी ने मुकेश चौधरी, बीएसपी ने साहिल खान और कांग्रेस ने रणधीर सिंह चौहान को टिकट दिया था.
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