केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने गुरुवार (17 सितम्बर) को राज्य सभा में कहा कि भारत में नए वैक्सीन के लिए ट्रायल्स फेस 1, फेस 2 और फेस 3 में पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक एक्सपर्ट ग्रुप इसका अध्ययन कर रहा है..और मुझे उम्मीद है कि अगले साल की शुरूआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध हो जानी चाहिए... हम डब्ल्यूएचओ के साथ भी कोऑर्डिनेट कर रहे हैं." उन्होंने कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि शुरू में एक ही टेस्टिंग लैब फैसिलिटी थी लेकिन उसे अब 1700 तक पहुंचा दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, देश में आज पीपीआई किट बनाने वाली 110 कंपनियां हो चुकी हैं. देश में वेंटिलेटर्स उत्पादकों की संख्या भी बढ़कर 25 हो चुकी है. एन 95 मास्क के भी 10 बड़े उत्पादक हो गए हैं. इससे पहले वेंटिलेटर्स के लिए हमें आयात पर निर्भर रहना पड़ता था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी राज्यों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया.
हालांकि, उन्होंने माना कि लॉकडाउन की वजह से कुछ समय के लिए प्रवासी श्रमिकों को तकलीफ हुई लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समय पर पहल करते हुए करीब 64 लाख प्रवासी श्रमिकों को ट्रेनों के जरिए उनके गृह राज्य तक पहुंचाया गया. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में कोरोना से मृत्यु दर पूरी दुनिया में सबसे कम है.
जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री लोकसभा में बैठकर कोरोना संक्रमण और उससे निपटने की व्यवस्था पर चर्चा कर रहे थे, तभी उनकी माइक से आवाज आनी बंद हो गई. इसके बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पहल करते हुए व्यवस्था तुरंत ठीक करवाया. हर्षवर्धन जब दोबारा बोलने लगे तो उन्होंने इस पर चुटकी ली कि पता नहीं कब माइक बंद हुआ या बंद कर दिया गया. इसके बाद सदन में सांसद हंस पड़े.
वीडियो: राज्यसभा में कोरोना पर चर्चा, डॉ हर्षवर्धन से विपक्ष के तीखे सवाल
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