प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय भूषण पांडे ने कहा है कि यूआईडीएआई प्रणाली में कई स्तर की सुरक्षा निगरानी प्रावधान है जिससे परिचालक के स्तर पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पता चल जाएगा और उसे पहले ही रोक लिया जाएगा. हाल ही में आधार सॉफ्टवेयर हैक करने की रिपोर्ट के बीच यूआईडीएआई प्रमुख का यह बयान आया है.
यह भी पढ़ें: आधार संख्या का आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं? UIDAI करेगा जागरूक
पांडे ने कहा कि पूरी आधार प्रणाली को इस रूप से तैयार किया गया जिससे इसमें कई स्तर की सुरक्षा है. कई स्तर पर सुरक्षा के कारण, अगर प्रणाली के स्तर पर कोई गड़बड़ी होती है, सुरक्षा व्यवस्था उस तरह के प्रयास को रोक देगी.’’ उन्होंने कहा कि पंजीकरण के लिये आवेदन प्राप्त होने के बाद प्रणाली की ‘बैंक एंड’ व्यवस्था सुरक्षा जांच करती है.
VIDEO: अभिभावकों ने उठाए दिल्ली सरकार पर सवाल.
इस प्रणाली में जो सुरक्षा उपाय हैं, उसमें गड़बड़ी का पता चल जाता है. पांडे ने कहा कि गड़बड़ी के किसी भी प्रयास का ‘बैक एंड’ स्तर पर पता लगा लिया जाएगा और आवेदन को खारिज कर दिया जाएगा और आधार सृजित नहीं होगा. हम यह भी पता लगाने की स्थिति में हैं कि किस परिचालक ने गलती की है. ऐसे मामलों के परिचालक को काली सूची में डाल दिया जाएगा. इस तरह के पुख्ता मामलों में हम आधार कानून के तहत अभियोजन चलाएंगे.’’
यह भी पढ़ें: आधार संख्या का आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं? UIDAI करेगा जागरूक
पांडे ने कहा कि पूरी आधार प्रणाली को इस रूप से तैयार किया गया जिससे इसमें कई स्तर की सुरक्षा है. कई स्तर पर सुरक्षा के कारण, अगर प्रणाली के स्तर पर कोई गड़बड़ी होती है, सुरक्षा व्यवस्था उस तरह के प्रयास को रोक देगी.’’ उन्होंने कहा कि पंजीकरण के लिये आवेदन प्राप्त होने के बाद प्रणाली की ‘बैंक एंड’ व्यवस्था सुरक्षा जांच करती है.
VIDEO: अभिभावकों ने उठाए दिल्ली सरकार पर सवाल.
इस प्रणाली में जो सुरक्षा उपाय हैं, उसमें गड़बड़ी का पता चल जाता है. पांडे ने कहा कि गड़बड़ी के किसी भी प्रयास का ‘बैक एंड’ स्तर पर पता लगा लिया जाएगा और आवेदन को खारिज कर दिया जाएगा और आधार सृजित नहीं होगा. हम यह भी पता लगाने की स्थिति में हैं कि किस परिचालक ने गलती की है. ऐसे मामलों के परिचालक को काली सूची में डाल दिया जाएगा. इस तरह के पुख्ता मामलों में हम आधार कानून के तहत अभियोजन चलाएंगे.’’