महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और उनके बेटे कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) को लेकर सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने का मामला सामने आया है. मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट करने के खिलाफ मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने एफआईआर (FIR) दर्ज की है. पोस्ट में उद्धव को एक मौलवी की तरह दिखाया गया है. पुलिस ने एक शिवसैनिक की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है.
ट्विटर यूजर सुनयना हॉले नाम के ट्विटर हैंडल से ये अपमानजनक टिप्पणी की गई है. पोस्ट में एक तस्वीर शेयर की गई है, जिसमें उद्धव को एक मौलवी की तरह दिखाया गया है. तस्वीर के साथ अपमानजनक टिप्पणी की गई है. पेशे से वकील धर्मेंद्र मिश्रा नाम के शिवसैनिक की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है.
भाषा की एक खबर के मुताबिक, हाल ही में गुजरात में एक सरकारी स्कूल टीचर द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला सामने आया था. गुजरात के वड़ोदरा जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य को कोरोना वायरस और निजामुद्दीन मरकज के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
आरोपी नूर मोहम्मद मलिक (50) ने सोशल मीडिया पर इन पंक्तियों के साथ एक तस्वीर साझा की थी कि ‘निजामुद्दीन मरकज में लोग छिपे हैं, लेकिन वैष्णो देवी में फंसे हैं.' पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने यह भी लिखा था कि मीडिया कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है. मलिक ने शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में एक वीडियो भी साझा किया था.
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