नई दिल्ली:
सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय के एकाउंट से मिलते-जुलते छह एकाउंट्स में आपत्तिजनक सामग्री की शिकायत केंद्र सरकार की ओर से मिलने के बाद ट्विटर ने सरकार से सहयोग करने का वादा किया है।
इन एकाउंट्स को बंद करने के आग्रह पर ट्विटर के कोई कदम नहीं उठाने के बाद सरकार ने इन मिलते-जुलते छह एकाउंट्स को ब्लाक कर दिया था, जिसके बाद सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ने बुधवार को पीएमओ को सूचित किया कि वह 'अवैध सामग्री' का पता लगा रही है।
सूत्रों के अनुसार, ट्विटर ने पीएमओ से कहा कि वह पहले कदम नहीं उठा सकी, क्योंकि सरकार की इकाई ने सही तरीके से इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया के जरिये सूचित नहीं किया था और इसलिए अनुरोध का पता नहीं चल पाया था। ट्विटर ने कहा कि वह सक्रियता से इस अनुरोध पर ध्यान दे रही है और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अतिरिक्त जानकारी ले रही है ताकि 'अवैध सामग्री और उस विशेष अवैध ट्वीट' का पता चल सके।
ट्विटर ने कहा है, "भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम भविष्य में ऐसे मामलों में स्पष्ट संवाद चाहते हैं, इसलिए ट्विटर इस मामले में संबद्ध विभाग से संपर्क बनाए रखेगा।"
इससे पूर्व पीएमओ ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साइबर सुरक्षा प्रकोष्ठ से इन एकाउंट्स को ब्लॉक कर देने के लिए कहा था। इनमें ऐसी सामग्री थी, जिसमें 'सांप्रदायिकता का पुट' था और उसके गंभीर नतीजे हो सकते थे, क्योंकि उन्हें पीएमओ का एकाउंट समझ लेने की गलती हो सकती थी।
पीएमओ ने पहले ट्विटर से ये एकाउंट्स बंद करने का कहा था, लेकिन ऐसा नहीं होने पर यह मामला साइबर सुरक्षा प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया था।
इन एकाउंट्स को बंद करने के आग्रह पर ट्विटर के कोई कदम नहीं उठाने के बाद सरकार ने इन मिलते-जुलते छह एकाउंट्स को ब्लाक कर दिया था, जिसके बाद सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ने बुधवार को पीएमओ को सूचित किया कि वह 'अवैध सामग्री' का पता लगा रही है।
सूत्रों के अनुसार, ट्विटर ने पीएमओ से कहा कि वह पहले कदम नहीं उठा सकी, क्योंकि सरकार की इकाई ने सही तरीके से इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया के जरिये सूचित नहीं किया था और इसलिए अनुरोध का पता नहीं चल पाया था। ट्विटर ने कहा कि वह सक्रियता से इस अनुरोध पर ध्यान दे रही है और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अतिरिक्त जानकारी ले रही है ताकि 'अवैध सामग्री और उस विशेष अवैध ट्वीट' का पता चल सके।
ट्विटर ने कहा है, "भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम भविष्य में ऐसे मामलों में स्पष्ट संवाद चाहते हैं, इसलिए ट्विटर इस मामले में संबद्ध विभाग से संपर्क बनाए रखेगा।"
इससे पूर्व पीएमओ ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साइबर सुरक्षा प्रकोष्ठ से इन एकाउंट्स को ब्लॉक कर देने के लिए कहा था। इनमें ऐसी सामग्री थी, जिसमें 'सांप्रदायिकता का पुट' था और उसके गंभीर नतीजे हो सकते थे, क्योंकि उन्हें पीएमओ का एकाउंट समझ लेने की गलती हो सकती थी।
पीएमओ ने पहले ट्विटर से ये एकाउंट्स बंद करने का कहा था, लेकिन ऐसा नहीं होने पर यह मामला साइबर सुरक्षा प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया था।
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