पाक आतंकवादी नावेद को गांव वालों ने दबोचा था
जम्मू:
पाक आतंकवादी नावेद को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA ) और जम्मू कश्मीर पुलिस में ठन गई लगती है। इधर NIA ने उधमपुर में बीएसएफ पर हुए आतंकी हमले में एक FIR दर्ज कर ली है लेकिन सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर पुलिस पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद को NIA को सौंपने के मूड में नहीं है।
राज्य पुलिस चाहती है कि वह मोहम्मद नावेद से पूछताछ जारी रखना चाहती है। नावेद से वह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के राज्य में नेटवर्क और गतिविधियों पर और ज्यादा जानकारी निकलवाना चाहती है। इसी के चलते पुलिस ने NIA को नावेद नहीं सौंपा है।
पुलिस आतंकी को श्रीनगर शिफ्ट करना चाहती थी लेकिन खराब मौसम के चलते आर्मी का स्पेशल हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका था। आज भी उसे भेजा जा सकेगा या नहीं, कहना मुश्किल है क्योंकि अब NIA भी प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। बता दें कि NIA राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले पर किसी भी केस को अपने हाथों में ले सकती है।
कहा जा रहा है कि नावेद ने लश्कर के कैम्प समेत कैसे वह खुद व कई और आतंकी भारत में घुसे, जैसी जरूरी सूचनाएं पूछताछ में दे दी हैं। कथित तौर पर वह बता चुका है कि वह 65 दिन पहले तंगधार के जरिए भारत आया था। उधमपुर में हुए हमले में उसके साथी नोमान से उसकी मुलाकात हुई। महीने भर घाटी में छुपे रहने के दौरान उन्होंने कथित तौर पर हथियार हासिल किए। नावेद ने यह भी बताया कि उसकी राज्य में घुसने में काफी लोगों ने मदद की।
सूत्रों के मुताबिक, नावेद लश्कर के आतंकवादियों के दूसरे ग्रुप से भी मिला था जिनकी गुरुवार रात साउथ कश्मीर के पुलवामा में मुठभेड़ हुई थी।
राज्य पुलिस चाहती है कि वह मोहम्मद नावेद से पूछताछ जारी रखना चाहती है। नावेद से वह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के राज्य में नेटवर्क और गतिविधियों पर और ज्यादा जानकारी निकलवाना चाहती है। इसी के चलते पुलिस ने NIA को नावेद नहीं सौंपा है।
पुलिस आतंकी को श्रीनगर शिफ्ट करना चाहती थी लेकिन खराब मौसम के चलते आर्मी का स्पेशल हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका था। आज भी उसे भेजा जा सकेगा या नहीं, कहना मुश्किल है क्योंकि अब NIA भी प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। बता दें कि NIA राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले पर किसी भी केस को अपने हाथों में ले सकती है।
कहा जा रहा है कि नावेद ने लश्कर के कैम्प समेत कैसे वह खुद व कई और आतंकी भारत में घुसे, जैसी जरूरी सूचनाएं पूछताछ में दे दी हैं। कथित तौर पर वह बता चुका है कि वह 65 दिन पहले तंगधार के जरिए भारत आया था। उधमपुर में हुए हमले में उसके साथी नोमान से उसकी मुलाकात हुई। महीने भर घाटी में छुपे रहने के दौरान उन्होंने कथित तौर पर हथियार हासिल किए। नावेद ने यह भी बताया कि उसकी राज्य में घुसने में काफी लोगों ने मदद की।
सूत्रों के मुताबिक, नावेद लश्कर के आतंकवादियों के दूसरे ग्रुप से भी मिला था जिनकी गुरुवार रात साउथ कश्मीर के पुलवामा में मुठभेड़ हुई थी।
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