Earthquake in Delhi: दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार की शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. झटके इतने तेज थे कि लोग घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए. भारत के नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 थी. भूकंप का केंद्र दिल्ली से सटे गुरुग्राम के दक्षिण पश्चिम में 63 दूर स्थित था.
An earthquake of magnitude 4.5 hit 63 km southwest of Gurugram Haryana: National Centre for Seismology https://t.co/zpq3ZVda9W pic.twitter.com/St0YHflaKa
— ANI (@ANI) July 3, 2020
यह भूकंप शाम 7:00:48 बजे सतह से 5 किलोमीटर की गहराई में आया.
गौरतलब हैकि कोरोना वायरस की महामारी के कारण 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लागू किया है, उसके बाद से देश की राजधानी और इसके आसपास के क्षेत्रों में करीब आधा दर्जन बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान की कोई सूचना अभी नहीं मिली है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भूकंप का एपिक सेंटर राजस्थान के अलवर में था और इसकी तीव्रता 4.7 थी. उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए. भूकंप की वजह से होने वाले जान-मान के नुकसान का फिलहाल पता नहीं चल सका है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर लोगों से खुद का ख्याल रखने की अपील की.
कुछ देर पहले दिल्ली में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। उम्मीद है आप सभी सुरक्षित है, अपना ख़्याल रखें।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 3, 2020
सोशल मीडिया पर लोग भूकंप को लेकर चर्चा करने लगे और #Earthquake तुरंत ही ट्रेंड करने लगा.
Felt earthquake tremors in Delhi. Hope everyone is safe!
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 3, 2020
Isn't there an increase in frequency of earthquakes in & around Delhi ??
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) July 3, 2020
अप्रैल से लेकर अब तक दिल्ली और इसके आसपास 20 बार भूकंप आ चुका है जिनमें से दो की तीव्रता 4 से ऊपर थी. विभिन्न भूकंप का इतिहास बताता है कि दिल्ली-एनसीआर में 1720 में दिल्ली में 6.5 तीव्रता का भूकंप आया था. मथुरा में सन 1803 में 6.8 तीव्रता, सन 1842 में मथुरा के पास 5.5 तीव्रता, बुलंदशहर के पास 1956 में 6.7 तीव्रता, फरीदाबाद में 1960 में 6 तीव्रता और मुरादाबाद के पास 1966 में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था. दिल्ली-एनसीआर की पहचान दूसरे सर्वाधिक भूकंपीय खतरे वाले क्षेत्र के रूप में की गई है. (साथ में इनपुट भाषा से...)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं