Republic Day 2021:गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. गाजीपुर बॉर्डर(Ghazipur border) से मंगलवार को 11 बजे के बाद किसानों की ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी. किसानों का कहना है कि ये परेड गाजीपुर बॉर्डर से अक्षरधाम मंदिर,आनंद विहार होते हुए अप्सरा बार्डर और हापुड़ चुंगी होते हुए दतोई तक जाएगी. लेकिन हजारों गाडियों के इस परेड की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है.
गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च को लेकर किसानों में काफी जोश देखने को मिल रहा है. कई बुजुर्ग किसान 'इक्को झंडा लाल किले पर किसान फहरावेगा...' गाने पर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं.उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के हजारों किसानों के बीच 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड को लेकर खासा उत्साह है. कई गाने बज रहे हैं जिनमें प्रमुख है, 'राजा बनकर भूल गया तुम किसान की समस्या जे...'
लेकिन किसान नेता और प्रशासन हजारों किसान के ट्रैक्टर परेड की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. दिन रात किसान नेताओं के साथ प्रशासन की बैठक हुई है.अब किसान नेता कह रहे हैं कि रुट लगभग फाइनल हो गया है.गाजीपुर बार्डर से अक्षरधाम फ्लाईओवर से यूटर्न लेकर आनंदविहार से होते हुए अप्सरा बॉर्डर फिर हापुड़ चुंगी से होते हुए दुहाई तक जाएगी.
दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर परेड की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर परिपत्र जारी किया
किसान नेता राकेश टिकैत के अनुसार बातचीत हुई है प्रशासन के साथ हम अक्षरधाम होते हुए जाएंगे. वहीं किसान लगातार लाइन में खड़े होकर अपने ट्रैक्टर और गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. जबकि गाजीपुर के कंट्रोल रुम में गहमा गहमी का माहौल है लगातार पुलिस के साथ के बैठकों का दौर चल रहा है.किसान ने फिलहाल पांच सौ ज्यादा वालंटियर्स की एक टीम खड़ी की है जिनके पास वॉकीटॉकी मेटल डिटेक्टर से लेकर वीडियोग्राफी तक करने की सुविधा होगी. परेड को नौ सेक्टर में बांटकर पुलिस और वालंटियर्स संयुक्त निगरान करेंगे.
गाजीपुर बॉर्डर पर कंट्रोलरुम रूम के हेड जीतेंदर सिंह जीतू का कहना है कि वालंटिसर्स के साथ एंबुलेंस और गाड़ियां भी होंगी हर सेक्टर की वीडियो ग्राफी भी करवाई जाएगी.रुद्रपुर से गुरु अनूप सिंह जी को भी बुलाया गया है वो युवाओं में खासे लोकप्रिय है वो लगातार नौवजवानों से शांति और अनुशासित रहने का संदेश देते रहेंगे.
बताते चले कि गाजीपुर बार्डर पर किसानों का जत्था अब करीब तीन से चार किमी तक फैला है. दूरदराज इलाकों से लगातार किसान अपने ट्रैक्टर और गाड़ियों से पहुंच रहे हैं. किसान नेता और प्रशासन दोनों की यही कोशिश है कि किसानों का परेड शांतिपूर्ण तरीके से हो.
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