West Bengal Assembly Elections 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है. राज्य की शांतिपुर विधानसभा सीट से विधायक अरिंदम भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लियाा है. नदिया जिले से तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले ये पहले नेता हैं. पिछले हफ्ते ही नदिया जिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रैली की थी जिसमें अरिंदम भट्टाचार्य भी उनके साथ थे.
भाजपा महासचिवों कैलाश विजयवर्गीय, भूपेन्द्र यादव, अरूण सिंह और डी पुरंदेश्वरी तथा पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन की मौजूदगी में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई. इस अवसर पर विजयवर्गीय ने कहा कि भट्टाचार्य बंगाल के ओजस्वी वक्ता और तेजस्वी नेता हैं जो तृणमूल कांग्रेस की ‘‘अराजकता'' से तंग आकर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत प्रसन्नता है कि एक युवा नेता जो बंगाल की राजनीति में महत्वपूर्ण दखल रखते हैं, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए आज भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं.'' भट्टाचार्य युवक कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने विधानसभा का पहला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीता था. इसके बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
इससे पहले पार्टी के कद्दावर नेता रहे शुवेंदु अधिकारी समेत कुछ नेता पहले ही तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. ममता बनर्जी ने शुवेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान कर इस राजनीतिक लड़ाई को और रोचक बना दिया है. वहीं अधिकारी ने भी कहा है कि अगर वो ममता बनर्जी को 50 हजार से कम वोटों से हराने में नाकाम रहे तो राजनीति छोड़ देंगे.
इसके इतर, आज आदित्य बिड़ला ग्रुप के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट रंजन बनर्जी ने भी बीजेपी जॉइन कर लिया. उन्होंने बीजेपी जॉइन करने के बाद कहा कि वो राज्य में उद्योग बढ़ाना चाहते हैं, ताकि यहां लोगों को नौकरियां मिलें.
West Bengal: Ranjan Banerjee, senior Vice-President of Aditya Birla Group, joins BJP in Kolkata.
— ANI (@ANI) January 20, 2021
"I thank BJP for giving me this opportunity to serve the people of the state. We need to bring industries here so that people can get employment," he says. pic.twitter.com/ZCulTuLrse
बता दें कि अगले कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. पश्चिम बंगाल लड़ाई का मैदान ऐसा है, जिसमें जीतने के लिए बीजेपी बेताब है. पिछले कुछ सालों में ममता बनर्जी, बीजेपी की कुछ प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों में से एक बनकर उभरी हैं, जिसके चलते बीजेपी इन चुनावों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती है.
यह भी पढ़ें : 'गोली मारो... को', सालभर में कोलकाता में दूसरी बार गूंजा भड़काऊ नारा, दीदी के मंत्री भी थे मौजूद
पिछले कुछ महीनों में बंगाल में बीजेपी की राजनीतिक मौजूदगी बढ़ी है और हर रोज यहां बीजेपी का कोई न कोई नेता नजर आता है. पिछले महीने ममता बनर्जी के खास माने जाते रहे शुवेंदु अधिकारी ने TMC से बीजेपी जॉइन कर, ऐसा करने वाले नेताओं की एक कतार खड़ी कर दी थी. जाहिर है टीएमसी दबाव में है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं