नई दिल्ली:
अनुपम खेर अपनी फिल्म 'बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम' (Buddha in a traffic jam) की स्क्रीनिंग के लिए आज JNU पहुंचे। यहां अनुपम खेर ने कहा कि जो इस देश के विरोध में बात करेगा, वो हमारा हीरो कैसे बन सकता है? कैसे इस यूनिवर्सिटी के लोग एक ऐसे इंसान का अभिनंदन कर सकते हैं, जिसको जमानत मिली है?
उन्होंने आगे कहा कि मैंने सुना है कि कल भी यहां एक विक्ट्री मार्च निकाला जा रहा है। जमानत से जो वापस आए वो हिंदुस्तान के लिए ओलिंपिक जीतकर नहीं आया है। वो सचिन तेंदुलकर या साइना नेहवाल नहीं है।
हालांकि यहां अनुपम खेर को कुछ छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। जहां अनुपम खेर बोल रहे थे, वहां से कुछ ही दूरी पर ये छात्र 'अनुपम खेर गो बैक' के पोस्टर लेकर बैठे थे। उनके पोस्टरों पर लिखा था 'असहमति राष्ट्रद्रोह नहीं होती है।'
विरोध कर रहे छात्रों के पोस्टर कह रहे थे कि उनको अनुपम खेर से राष्ट्रवाद पर सर्टिफिकेट की ज़रुरत नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने सुना है कि कल भी यहां एक विक्ट्री मार्च निकाला जा रहा है। जमानत से जो वापस आए वो हिंदुस्तान के लिए ओलिंपिक जीतकर नहीं आया है। वो सचिन तेंदुलकर या साइना नेहवाल नहीं है।
हालांकि यहां अनुपम खेर को कुछ छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। जहां अनुपम खेर बोल रहे थे, वहां से कुछ ही दूरी पर ये छात्र 'अनुपम खेर गो बैक' के पोस्टर लेकर बैठे थे। उनके पोस्टरों पर लिखा था 'असहमति राष्ट्रद्रोह नहीं होती है।'
विरोध कर रहे छात्रों के पोस्टर कह रहे थे कि उनको अनुपम खेर से राष्ट्रवाद पर सर्टिफिकेट की ज़रुरत नहीं है।
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