राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में अभी 9 मंत्रिपद खाली पड़े हैं. इस बात का खुलासा राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी कांग्रेस सूत्र ने किया है. मंत्रीमंडल में मुख्यमंत्री को मिला कर 21 मंत्री है, जबकि एक भी मंत्री दलित समाज का नहीं है. वहीं कई मंत्रियों को एक से ज्यादा पोर्टफोलिया दिए हुए हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में एसटी/एससी और मुस्लिमों ने कांग्रेस को वोट दिया था, लेकिन उन्हें सरकार में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला.
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इससे पहले शुक्रवार को सचिन पायलट ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की. 45 मिनट चली इस बैठक के बाद पायलट ने बताया कि उनकी बातचीत राजस्थान में पार्टी से जुड़े मामलों और सियासी हालात पर हुई. उन्होंने कहा कि राजस्थान में दो साल में चुनाव होने हैं और वे 2023 में भी सत्ता में आने के लिए पार्टी को मजबूत करने के काम में जुटे हैं.
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पायलट ने कहा, 'राजस्थान कैबिनेट में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए आलाकमान की ओर से सभी पहलुओं पर विचार हो रहा है. पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसका निर्वाह करूंगा.' इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और बाद में कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार पर उन्होंने अपना पक्ष रख दिया है.
अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से की मुलाकात, बोले- आलाकमान पर छोड़ा फैसला
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