
यमुना नदी में नौका रेस चैंपियनशिप।
नई दिल्ली:
दिल्ली में शुक्रवार को यमुना नदी में नौका रेस चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इस नौका रेस का नजारा देखकर केरल में होने का अहसास होता है जहां नौका रेस खूब होती है। बड़ी बात यह थी कि इस मौके पर उस यमुना का एक अलग ही रूप देखने को मिला जो दिल्ली ही नहीं देश विदेश में भी अपनी गंदगी के लिए बदनाम है।
यमुना नदी में नौका रेस के दृश्य।
यमुना में नौकाओं की रेस
एक साफ सुथरी सी दिख रही नदी और साफ सुथरे से दिख रहे उसके किनारे और उसमें भी नौकाओं की रेस...। यह देखकर खुद दिल्ली वाले भी नहीं कह सकते यह उनकी दिल्ली की यमुना नदी है।
शहर बना देता है नदी को नाला
असल में दिल्ली में यमुना की दो तस्वीर हैं। पहली तस्वीर है वज़ीराबाद से पहले और दूसरी तस्वीर है वज़ीराबाद के बाद। वज़ीराबाद से पहले नदी अपने उसी स्वरूप में दिखती है जिसमें वह हरियाणा से आती है। इसी जगह पर शुक्रवार को यमुना में नौका रेस का आयोजन हुआ। वज़ीराबाद को पार करते ही यमुना में पानी कम गंदगी का अम्बार ज्यादा देखने को मिलता है। यमुना एक नाले की शक्ल ले लेती है।
तीन साल में पूरी सफाई का लक्ष्य
वजीराबाद के इलाके में ही 13 नवंबर को यमुना की महाआरती की शुरुआत होगी। दिल्ली के पर्यटन मंत्री ने बताया कि इस आयोजन का मकसद है लोगों को दिखाएं कि दिल्ली में यमुना का यह हिस्सा और रूप भी है, जिसको जानबूझकर दिखाया या बताया नहीं जाता। कपिल मिश्रा के मुताबिक उनकी सरकार ने 3 साल में यमुना को पूरी तरह से साफ करने का लक्ष्य रखा है।
कुल मिलाकर यमुना में नौका रेस के आयोजन ने एक साफ यमुना को देखने का मौका दिया, वरना अभी तक हम जिस यमुना को देखते और याद करते हैं वह तो लुप्त होने की कगार पर नजर आती है। लेकिन ऐसी यमुना देखकर लगता है कि अगर कोशिश की जाए तो क्या नहीं हो सकता।

यमुना में नौकाओं की रेस
एक साफ सुथरी सी दिख रही नदी और साफ सुथरे से दिख रहे उसके किनारे और उसमें भी नौकाओं की रेस...। यह देखकर खुद दिल्ली वाले भी नहीं कह सकते यह उनकी दिल्ली की यमुना नदी है।

शहर बना देता है नदी को नाला
असल में दिल्ली में यमुना की दो तस्वीर हैं। पहली तस्वीर है वज़ीराबाद से पहले और दूसरी तस्वीर है वज़ीराबाद के बाद। वज़ीराबाद से पहले नदी अपने उसी स्वरूप में दिखती है जिसमें वह हरियाणा से आती है। इसी जगह पर शुक्रवार को यमुना में नौका रेस का आयोजन हुआ। वज़ीराबाद को पार करते ही यमुना में पानी कम गंदगी का अम्बार ज्यादा देखने को मिलता है। यमुना एक नाले की शक्ल ले लेती है।

तीन साल में पूरी सफाई का लक्ष्य
वजीराबाद के इलाके में ही 13 नवंबर को यमुना की महाआरती की शुरुआत होगी। दिल्ली के पर्यटन मंत्री ने बताया कि इस आयोजन का मकसद है लोगों को दिखाएं कि दिल्ली में यमुना का यह हिस्सा और रूप भी है, जिसको जानबूझकर दिखाया या बताया नहीं जाता। कपिल मिश्रा के मुताबिक उनकी सरकार ने 3 साल में यमुना को पूरी तरह से साफ करने का लक्ष्य रखा है।

कुल मिलाकर यमुना में नौका रेस के आयोजन ने एक साफ यमुना को देखने का मौका दिया, वरना अभी तक हम जिस यमुना को देखते और याद करते हैं वह तो लुप्त होने की कगार पर नजर आती है। लेकिन ऐसी यमुना देखकर लगता है कि अगर कोशिश की जाए तो क्या नहीं हो सकता।