प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयरपोर्ट पुलिस ने एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है, जो एयरपोर्ट के कार्गो से इम्पोर्ट होकर भारत आने वाले मोबाइल फोन को कार्गो में काम करने वालों की मदद से चोरी करवा कर दिल्ली के मोबाइल मार्केट में बेच देते थे और फिर वही मोबाइल फोन दिल्ली के दुकानदार फ्लिपकार्ट के एजेंट को बेच देते थे।
पुलिस वाले भी रह गए हैरान
एयरपोर्ट के एसवीएस लोजिस्टिक्स कंपनी की शिकायत पर दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने शिकायत दर्ज की और इस मामले की जांच में जुट गई। पुलिस को यह यूचना मिली कि राजू नाम का एक शख्स कुछ फोन को बेचने की कोशिश कर रहा है। उसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने जाल बिछा कर राजू को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पूछताछ के दौरान पुलिस वाले भी हैरान रह गए।
दिल्ली के दुकानदार भी शामिल
राजू ने पुलिस को बताया कि जो मोबाइल फोन हांगकांग से इम्पोर्ट होकर आते हैं, उनमें से कुछ फोन एयरपोर्ट पर ही चोरी हो जाते हैं। नरेंद्र नाम का एक ड्राइवर जो कार्गो में ही ट्रक ड्राइवर का काम करता है, वो फोन को डिलीवर करने से पहले ही चोरी कर लेता है और सप्लाई कर देता है। नरेंद्र जिन्हें चोरी का फोन सप्लाई करता है उनमें से राजू, हरिंदर सिंह (लक्की) जिसकी कि महिपालपुर इलाके में एक मोबाइल फोन की दुकान है, रवि जो हरिंदर सिंह के यहां मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है, जीतेन्द्र और सुनील जैन जिनकी मोबाइल की दुकान है और गौरव मित्तल मुख्य रूप से शामिल हैं।
फ्लिपकार्ट कपंनी का एजेंट करता है था सेल
फोन मिलने के बाद गौरव मित्तल इन्हें राजस्थान के एक शख्स को, जो फ्लिपकार्ट कपंनी का एजेंट है, उसे यह फोन सप्लाई करता था। वहां से यह फोन सीधा फ्लिपकार्ट ऑनलाइन कस्टमर को बेचा जाता था। इस पूरे नेटवर्क को दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, लेकिन इसका एक आरोपी नरेंद्र अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है।
हांगकांग से दिल्ली लाए गए थे 1500 मोबाइल फोन
बता दें, 1500 मोबाइल फोन हांगकांग से दिल्ली के ओखला इंडस्ट्री एरिया में इम्पोर्ट होने के लिए आए थे, जिनमें से 600 फोन इस गैंग ने चोरी कर लिए। 209 फोन को रिकवर कर लिए गए हैं जिनकी कीमत लगभग 40 लाख से ऊपर बताई गई है। 60 लाख की कीमत के लगभग 391 मोबाइल फोन अभी भी पुलिस को रिकवर करने बाकी हैं। पुलिस ने बताया कि एजेंट से अभी 140 फ़ोन और 67 फ़ोन बेंगलुरु से रिकवर करना है।
एजेंट अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
वहीं अभी तक फ्लिपकार्ट का एजेंट गिरफ्तार नहीं हुआ है। एयरपोर्ट पुलिस ने फ्लिपकार्ट कंपनी को नोटिस भी दिया है, जिसमें यह पूछा गया है कि ऐसे मोबाइल फोन की बिक्री कैसे की गई। 22 लोगों से दिल्ली पुलिस ने फोन आईएमआई नंबर से लोकेट किया है। यह फोन देश के अलग-अलग राज्यों में ऑनलाइन खरीदे गए हैं।
पुलिस वाले भी रह गए हैरान
एयरपोर्ट के एसवीएस लोजिस्टिक्स कंपनी की शिकायत पर दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने शिकायत दर्ज की और इस मामले की जांच में जुट गई। पुलिस को यह यूचना मिली कि राजू नाम का एक शख्स कुछ फोन को बेचने की कोशिश कर रहा है। उसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने जाल बिछा कर राजू को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पूछताछ के दौरान पुलिस वाले भी हैरान रह गए।
दिल्ली के दुकानदार भी शामिल
राजू ने पुलिस को बताया कि जो मोबाइल फोन हांगकांग से इम्पोर्ट होकर आते हैं, उनमें से कुछ फोन एयरपोर्ट पर ही चोरी हो जाते हैं। नरेंद्र नाम का एक ड्राइवर जो कार्गो में ही ट्रक ड्राइवर का काम करता है, वो फोन को डिलीवर करने से पहले ही चोरी कर लेता है और सप्लाई कर देता है। नरेंद्र जिन्हें चोरी का फोन सप्लाई करता है उनमें से राजू, हरिंदर सिंह (लक्की) जिसकी कि महिपालपुर इलाके में एक मोबाइल फोन की दुकान है, रवि जो हरिंदर सिंह के यहां मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है, जीतेन्द्र और सुनील जैन जिनकी मोबाइल की दुकान है और गौरव मित्तल मुख्य रूप से शामिल हैं।
फ्लिपकार्ट कपंनी का एजेंट करता है था सेल
फोन मिलने के बाद गौरव मित्तल इन्हें राजस्थान के एक शख्स को, जो फ्लिपकार्ट कपंनी का एजेंट है, उसे यह फोन सप्लाई करता था। वहां से यह फोन सीधा फ्लिपकार्ट ऑनलाइन कस्टमर को बेचा जाता था। इस पूरे नेटवर्क को दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, लेकिन इसका एक आरोपी नरेंद्र अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा है।
हांगकांग से दिल्ली लाए गए थे 1500 मोबाइल फोन
बता दें, 1500 मोबाइल फोन हांगकांग से दिल्ली के ओखला इंडस्ट्री एरिया में इम्पोर्ट होने के लिए आए थे, जिनमें से 600 फोन इस गैंग ने चोरी कर लिए। 209 फोन को रिकवर कर लिए गए हैं जिनकी कीमत लगभग 40 लाख से ऊपर बताई गई है। 60 लाख की कीमत के लगभग 391 मोबाइल फोन अभी भी पुलिस को रिकवर करने बाकी हैं। पुलिस ने बताया कि एजेंट से अभी 140 फ़ोन और 67 फ़ोन बेंगलुरु से रिकवर करना है।
एजेंट अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
वहीं अभी तक फ्लिपकार्ट का एजेंट गिरफ्तार नहीं हुआ है। एयरपोर्ट पुलिस ने फ्लिपकार्ट कंपनी को नोटिस भी दिया है, जिसमें यह पूछा गया है कि ऐसे मोबाइल फोन की बिक्री कैसे की गई। 22 लोगों से दिल्ली पुलिस ने फोन आईएमआई नंबर से लोकेट किया है। यह फोन देश के अलग-अलग राज्यों में ऑनलाइन खरीदे गए हैं।
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