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This Article is From Oct 12, 2020

ऑक्शन थ्योरी को बेहतर करने के लिए पॉल मिलग्रोम और रॉबर्ट विल्सन को अर्थशास्त्र का नोबेल

निर्णायक मंडल ने कहा, "नीलामी सिद्धांत और नए नीलामी प्रारूपों के आविष्कारों में सुधार के लिए दोनों को सम्मानित किया गया."

ऑक्शन थ्योरी को बेहतर करने के लिए पॉल मिलग्रोम और रॉबर्ट विल्सन को अर्थशास्त्र का नोबेल
स्टॉकहोम:

Nobel Prize in Economics : अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो गई है. इस साल यह पुरस्कार ऑक्शन थ्योरी को बेहतर करने और नए नीलामी प्रारूपों का अविष्कार करने के लिए पॉल मिलग्रोम तथा रॉबर्ट विल्सन मिला है. नोबेल समिति ने कहा, "अमेरिकी अर्थशास्त्रियों पॉल मिलग्रोम और रॉबर्ट विल्सन ने सोमवार को वाणिज्यिक नीलामी में अपने काम के लिए नोबेल अर्थशास्त्र पुरस्कार जीता." निर्णायक मंडल ने कहा, "नीलामी सिद्धांत और नए नीलामी प्रारूपों के आविष्कारों में सुधार के लिए दोनों को सम्मानित किया गया."

बता दें कि तकनीकी रूप से इसे ‘स्वीरिजेज रिक्सबैंक प्राइज इन इकोनॉमिक साइंसेज इन मेमोरी ऑफ अल्फ्रेड नोबेल' के तौर पर जाना जाता है. बता दें कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की स्थापना साल 1969 में की गई थी और तब से अब तक यह 51 बार प्रदान किया जा चुका है और इसे नोबेल पुरस्कारों में से एक माना जाता है.

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अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा के साथ ही नोबेल पुरस्कार सप्ताह का समापन हो गया.  पिछले साल यह पुरस्कार मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के दो रिसर्चर्स और हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक रिसर्चर को दिया गया था. उन्हें यह सम्मान वैश्विक गरीबी दूर करने की दिशा की गई रिसर्च के लिए दिया गया था. 

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साल 2019 में यह पुरस्कार भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और हार्वर्ड के प्रोफेसर माइकल क्रेमर को दिया गया था. इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत करीब 11 लाख अमेरिकी डॉलर की रकम प्रदान की जाती है.

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