बिल्डर सूरज परमार (फाइल फोटो)
ठाणे:
मुंबई से सटे ठाणे जिले के नामी भवन निर्माता सूरज परमार ने बुधवार की दोपहर खुद की रिवाल्वर से गोली मार कर ख़ुदकुशी कर ली। इस वारदात के बाद से ठाणे के तमाम भवन निर्माताओं में हड़कंप मच गया है।
समाचार लिखे जाने तक घटना के सही कारणों का खुलासा नहीं हो पाया था। लेकिन बताया जा रहा है कि परमार भवन निर्माण व्यवसाय में आये ठहराव से परेशान चल रहे थे। सूरज परमार ठाणे के प्रतिष्ठित कॉसमॉस ग्रुप के चेयरमैन तथा ठाणे एमसीएचआआई के पदाधिकारी थे। पुलिस ने घटनास्थल से परमार का टैब और लैपटॉप जब्त किया है और ख़ुदकुशी की सही वजह जानने के लिए परमार के स्टाफ, घर वाले, नजदीकी और बिजनेस पार्टनर से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक दोपहर करीब डेढ़ बजे सूरज परमार घोडबंदर के कासारवडवली स्थित अपने प्रोजेक्ट कॉसमॉस हेवेल्स के आफिस में थे। उसी समय उन्होंने अपनी रिवाल्वर से खुद को गोली मार दी। गोली परमार के गले में लगी। गंभीर रूप से जख्मी परमार को उनके स्टाफ ने तुरंत हॉस्पिटल पहुचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूरज परमार ने काफी काम समय में भवन निर्माण व्यवसाय में अपना मुकाम बनाया था। उनका नाम ठाणे के नामी बिल्डरों की सूचि में शामिल हो गया था। ठाणे शहर के घोडबंदर रोड पर परमार के कई प्रोजेक्ट शुरू हैं और कई पूरे हो चुके हैं। परमार की स्थानीय राजनेताओं तथा कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से भी अच्छे रिश्ते थे। बताया जाता है कि कई लोगों ने उनके प्रोजेक्ट में रुपये लगा रखे हैं।
खबर है कि पिछले कुछ अरसे से रियल इस्टेट में चल रही मंदी के चलते परमार आर्थिक संकट से जुझ रहे थे। उनपर करोड़ों का लोन था। जिसके चलते वो परेशान चल रहे थे। डीसीपी चन्दन शिवे के मुताबिक अभी मामले की जांच चल रही है इसलिए ख़ुदकुशी की सही वजह बता पाना मुश्किल है।
समाचार लिखे जाने तक घटना के सही कारणों का खुलासा नहीं हो पाया था। लेकिन बताया जा रहा है कि परमार भवन निर्माण व्यवसाय में आये ठहराव से परेशान चल रहे थे। सूरज परमार ठाणे के प्रतिष्ठित कॉसमॉस ग्रुप के चेयरमैन तथा ठाणे एमसीएचआआई के पदाधिकारी थे। पुलिस ने घटनास्थल से परमार का टैब और लैपटॉप जब्त किया है और ख़ुदकुशी की सही वजह जानने के लिए परमार के स्टाफ, घर वाले, नजदीकी और बिजनेस पार्टनर से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक दोपहर करीब डेढ़ बजे सूरज परमार घोडबंदर के कासारवडवली स्थित अपने प्रोजेक्ट कॉसमॉस हेवेल्स के आफिस में थे। उसी समय उन्होंने अपनी रिवाल्वर से खुद को गोली मार दी। गोली परमार के गले में लगी। गंभीर रूप से जख्मी परमार को उनके स्टाफ ने तुरंत हॉस्पिटल पहुचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूरज परमार ने काफी काम समय में भवन निर्माण व्यवसाय में अपना मुकाम बनाया था। उनका नाम ठाणे के नामी बिल्डरों की सूचि में शामिल हो गया था। ठाणे शहर के घोडबंदर रोड पर परमार के कई प्रोजेक्ट शुरू हैं और कई पूरे हो चुके हैं। परमार की स्थानीय राजनेताओं तथा कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से भी अच्छे रिश्ते थे। बताया जाता है कि कई लोगों ने उनके प्रोजेक्ट में रुपये लगा रखे हैं।
खबर है कि पिछले कुछ अरसे से रियल इस्टेट में चल रही मंदी के चलते परमार आर्थिक संकट से जुझ रहे थे। उनपर करोड़ों का लोन था। जिसके चलते वो परेशान चल रहे थे। डीसीपी चन्दन शिवे के मुताबिक अभी मामले की जांच चल रही है इसलिए ख़ुदकुशी की सही वजह बता पाना मुश्किल है।
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