आयकर रिटर्न (Income Tax Return Portal) दाखिल करने के नए पोर्टल में खामियों को लेकर सरकार ने अब गंभीर रुख अपना लिया है. इनकम टैक्स रिटर्न के ई फाइलिंग पोर्टल में दिक्कतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने इन्फोसिस के सीईओ (Infosys CEO ) सलिल पारिख को तलब किया है. आयकर पोर्टल में लगातार तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर पारिख और इन्फोसिस के अन्य अधिकारी अपना पक्ष रखेंगे.
जानिए E Filing Portal से जुड़ी अहम जानकारियां :
आयकर रिटर्न दाखिल करने के नए पोर्टल (Income Tax Return Portal) में खामियों को लेकर सरकार ने अब गंभीर रुख अपना लिया है. इनकम टैक्स रिटर्न के ई फाइलिंग पोर्टल में दिक्कतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने इन्फोसिस के सीईओ (Infosys CEO ) सलिल पारिख को तलब किया है. ई फाइलिंग पोर्टल में लगातार तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर पारिख और इन्फोसिस के अन्य अधिकारी अपना पक्ष रखेंगे.
इन्फोसिस ने दो माह से भी ज्यादा वक्त पहले यह पोर्टल (online tax portal) लांच किया है. आयकर विभाग ने इन्फोसिस अधिकारियों को तलब करने की जानकारी रविवार को दी थी, जब पोर्टल (e-filing portal) मरम्मत का हवाला देते हुए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दो दिन के लिए पोर्टल बंद रखने की बात कही थी.
वित्त मंत्रालय के अधीन आयकर विभाग (Income Tax department) काम करता है. विभाग ने ट्वीट कर बताया कि दो माह बाद भी तकनीकी खामियां बरकरार होने को लेकर इन्फोसिस सीईओ और अन्य अधिकारियों को बुलाकर सफाई मांगी जाएगी.
ट्वीट में कहा गया कि वित्त मंत्रालय ने इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारिख को तलब किया है. आयकर विभाग (Income Tax department ) ने ट्वीट में कहा, ई फाइलिंग पोर्टल में ढाई महीने बाद भी तकनीकी दिक्कतें कायम हैं, जिन्हें अभी तक दूर नहीं किया गया है. पोर्टल पर सेवाएं 21 अगस्त के बाद से बंद हैं.
इन्फोसिस ने रविवार को ट्वीट कर कहा, पोर्टल पर आपात मरम्मत सेवाएं (emergency maintenance) जारी हैं. पोर्टल जब दोबारा उपलब्ध होगा तो इसकी जानकारी करदाताओं को दे दी जाएगी. असुविधा के लिए खेद है. एक दिन पहले भी कंपनी ने कहा था कि पहले से तय मेंटीनेंस के कारण पोर्टल फिलहाल उपलब्ध नहीं रहेगा.
पोर्टल जून में लांच हुआ था और उसी के बाद वित्त मंत्री ने इन्फोसिस और उसके सह संस्थापक नंदन नीलेकणि (Infosys co founder Nandan Nilekani) को ट्वीट किया था. इसमें कंपनी से शिकायतों और तकनीकी दिक्कतों को दूर करने को कहा गया था और टैक्सपेयर्स को शर्मसार न करने की अपील की थी. नीलेकणि ने जवाब में कहा था कि एक हफ्ते के भीतर पोर्टल पर सारी चीजें स्थिर हो जाएंगी और एक हफ्ते के भीतर गड़बड़ियां दूर कर ली जाएंगी.
इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख और सीओओ प्रवीण राव (Infosys COO Pravin Rao) ने माना था कि पोर्टल के कामकाज में कुछ तकनीकी समस्याएं हैं. बैठक के बाद पोर्टल से जुड़ी दिक्कतों को लेकर ये आधिकारिक जानकारी दी गई थी
सीतारमण ने पिछले हफ्ते कहा था कि ई फाइलिंग पोर्टल की तकनीकी खामियों को अगले कुछ दिनों में दूर कर लिया जाएगा. सीतारमण ने कहा था कि वो लगातार इन्फोसिस (Infosys News) को इस बारे में ध्यान दिला रही हैं. उन्होंने बताया था कि नंदन नीलेकणि ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अगले कुछ दिनों में सभी बड़ी समस्याओं का समाधान निकाल लिया जाएगा.
इन्फोसिस को वर्ष 2019 में नई पीढ़ी का इनकम टैक्स फाइलिंग सिस्टम (next generation income tax filing system ) तैयार करने का कांट्रैक्ट दिया गया था.ताकि टैक्स रिटर्न की प्रोसेसिंग का टाइम मौजूदा 63 दिनों से घटाकर एक दिन किया जा सके और तेजी से रिफंड जारी किया जा सके. जून 2021 तक पोर्टल के विकास के लिए सरकार ने इन्फोसिस को 164.5 करोड़ रुपये भुगतान कर चुकी है.
यह इन्फोसिस का दूसरा प्रोजेक्ट है, जो मुसीबत में फंस गया है. जीएसटीएन पोर्टल (GST Network portal) तैयार किया था, जो जीएसटी के भुगतान और रिटर्न फाइलिंग के लिए था. जीएसटीएन पोर्टल (GSTN portal) को लेकर भी धीमी सेवाओं और दिक्कतों कोलेकर इन्फोसिस को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था.