मोदी ने रात ट्वीट किया, ‘‘शिक्षक दिवस समारोहों के तहत कल सुबह दस बजे मैं अपने दिल के बहुत करीब एक कार्यक्रम स्कूली बच्चों के साथ परिसंवाद में भाग लूंगा।’’
उन्होंने यह भी ट्वीट किया कि स्कूली बच्चों के साथ इस तरह का परिसंवाद बहुत ताजगी भरा होता है तथा बच्चों की उत्सुकता और रुचि बहुत ही प्रसन्न करने वाली होती है।
प्रधानमंत्री के इन ट्वीटों को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने फिर ट्वीट किया। वह शुक्रवार को इस परिसंवाद कार्यक्रम में मौजूद रहेंगी। मोदी के मई 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से यह दूसरा कार्यक्रम होगा।
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न स्कूलों के 800 छात्र एवं 60 अध्यापक कल प्रधानमंत्री से परिसंवाद करेंगे तथा उनके साथ देशभर के वे छात्र भी होंगे जिन्होंने विभिन्न गतिविधियों में दक्षता हासिल की है।
प्रधानमंत्री दिल्ली में मानेकशा सभागार में सुबह 10.00 बजे से 11.15 बजे तक छात्रों के साथ परिसंवाद करेंगे। बाहर के छात्रों के साथ वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये परिसंवाद करेंगे। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन एवं आकाशवाणी द्वारा किया जाएगा।
मोदी पूर्व राष्ट्रपति एवं शिक्षाविद, अध्यापक एवं दार्शनिक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में 125 रुपये का स्मारक सिक्का और 10 रुपये का परिचालन में रहने वाला सिक्का भी जारी करेंगे।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रधानमंत्री कला उत्सव के लिए एक वेबसाइट भी शुरू करेंगे। शिक्षा में कला को प्रोत्साहन देने के लिए यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक पहल है। प्रधानमंत्री के परिसंवाद के कुछ समय बाद ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अध्यापकों के साथ परिसंवाद करेंगे तथा राष्ट्रपति भवन परिसर में सर्वोदय विद्यालय के छात्रों को पढ़ाएंगे।
Interaction with school children is refreshing. The enthusiasm of children & their curiosity is always gladdening.
— NarendraModi(@narendramodi)
September 3, 2015 दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि बच्चे सुबह पौने दस से पौने बारह बजे तक प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण देखे। दिल्ली सरकार के परिपत्र में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री के संबोधन में बाद बच्चे बैठे रहेंगे तथा पूर्वाह्न पौने बारह बजे से सरकारी स्कूलों के छात्रों के साथ राष्ट्रपति की कक्षा को देखेंगे।’’
इसके अलावा सीबीएसई ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों से आवश्यक प्रबंध करने को कहा है ताकि बच्चों को प्रधानमंत्री के परिसंवाद से सीखने का मौका मिल सके।
ये कार्यक्रम चार सितंबर को आयोजित किये जा रहे हैं क्योंकि पांच सितंबर को शिक्षक दिवस होने के कारण स्कूली अवकाश होगा तथा देश में जन्माष्टमी मनायी जाएगी।