इटानगर:
एनएससीएन(के) के संदिग्ध उग्रवादियों ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले के सुदूरवर्ती लाजू क्षेत्र में असम राइफल्स के एक शिविर पर गोलियां चलाईं। इस घटना से तीन दिन पहले इस संगठन ने सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गये थे।
तिराप के पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिंगला ने कहा कि एनएससीएन (खापलांग) के 35 उग्रवादियों के समूह ने देर रात करीब ढाई बजे भारत-म्यांमार सीमा क्षेत्र में स्थित शिविर पर हमला किया। उन्होंने कहा हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सिंगला ने कहा कि पहले से मौजूद खुफिया रिपोर्ट के आधार पर अलर्ट असम राइफल्स के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की जिससे मजबूर होकर उग्रवादी अंधेरे में फरार हो गये। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से गोलीबारी करीब दस मिनट तक चली। अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल से एके 47 राइफल के करीब 70 खोखे और बिना फटे बम बरामद हुए।
घटना के बाद क्षेत्र में व्यापक खोज अभियान चलाया गया है। एनएससीएन (के) द्वारा मणिपुर के चंदेल जिले में चार जून को घात लगाकर किये गये हमले में 6 डोगरा इंफेंट्री रेजीमेंट के 18 जवानों की मौत के बाद यह गोलीबारी की दूसरी घटना है।
तिराप के पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिंगला ने कहा कि एनएससीएन (खापलांग) के 35 उग्रवादियों के समूह ने देर रात करीब ढाई बजे भारत-म्यांमार सीमा क्षेत्र में स्थित शिविर पर हमला किया। उन्होंने कहा हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सिंगला ने कहा कि पहले से मौजूद खुफिया रिपोर्ट के आधार पर अलर्ट असम राइफल्स के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की जिससे मजबूर होकर उग्रवादी अंधेरे में फरार हो गये। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से गोलीबारी करीब दस मिनट तक चली। अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल से एके 47 राइफल के करीब 70 खोखे और बिना फटे बम बरामद हुए।
घटना के बाद क्षेत्र में व्यापक खोज अभियान चलाया गया है। एनएससीएन (के) द्वारा मणिपुर के चंदेल जिले में चार जून को घात लगाकर किये गये हमले में 6 डोगरा इंफेंट्री रेजीमेंट के 18 जवानों की मौत के बाद यह गोलीबारी की दूसरी घटना है।
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