यौन उत्पीड़न मामले में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एके गांगुली गांगुली की परेशानी बढ़ सकती है। एडिशनल सॉलिसिटर जनरल इंदिरा जयसिंह ने एनडीटीवी को लॉ इंटर्न के उस हलफनामे के बारे में विस्तार से जानकारी दी, जो उसने सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी के सामने दिया था। इस हलफनामे में जस्टिस गांगुली पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
गांगुली ने कथित तौर पर लॉ इंटर्न से कहा था कि वह उससे प्यार करते हैं और उसके बाद लिफ्ट तक उस लड़की का पीछा किया था और उससे आग्रह किया था कि वह होटल के कमरे को छोड़कर न जाए, जहां वे काम के सिलसिले में ठहरे हुए थे।
जस्टिस गांगुली ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए इंदिरा जयसिंह, भाजपा नेता सुषमा स्वराज और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जोरदार मांगों के बावजूद पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से हटने से इनकार कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह गांगुली के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकता, क्योंकि इस कथित घटना के समय वह शीर्ष अदालत से रिटायर हो चुके थे और पूर्व जजों पर कार्रवाई का उसके पास कोई अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के इस रुख की कानून के जानकारों और महिला अधिकारों से संबंधित कार्यकर्ताओं ने कड़ी आलोचना की है।
यह घटना कथित तौर पर पिछले साल दिसंबर में दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में हुई थी, जहां यह इंटर्न एक रिपोर्ट के सिलसिले में जस्टिस गांगुली की मदद कर रही थी। उस वक्त राजधानी में एक छात्रा के साथ चलती बस में बर्बर गैंगरेप की घटना के विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे थे।
युवा इंटर्न ने हलफनामे में कथित तौर पर कहा है, "उन्होंने मुझे होटल में रुकने और रात भर काम करने के लिए कहा था। मैंने मना कर दिया और कहा कि मुझे काम जल्दी खत्म कर अपने पीजी एकोमोडेशन में लौटना है..." लेकिन कथित रूप से जस्टिस गांगुली इसके बाद भी उसे रुके रहने और अपने साथ एक ग्लास वाइन पीने के लिए दबाव डालते रहे... लड़की के बयान के मुताबिक गांगुली ने यह भी कहा कि वह होटल के कमरे में उन्हीं के साथ रुक सकती है...
हलफनामे में इसके आगे लड़की ने कहा, फिर उन्होंने मेरी बांह पकड़ ली और कहा, तुम जानती हो, मैं तुम्हें पसंद करता हूं, क्या तुम नहीं जानती? तुम जरूर यह सोच रही होगी कि यह बूढ़ा आदमी नशे में है और ऐसी बातें कर रहा है। लेकिन मैं तुम्हें सचमुच चाहता हूं, मैं तुमसे प्यार करता हूं... लड़की के मुताबिक जब उसने हटने की कोशिश की, तो गांगुली ने उसकी बांह चूमते हुए फिर कहा कि वह उससे प्यार करते हैं... लड़की ने कहा कि इसके बाद जज ने लिफ्ट तक मेरा पीछा किया और बार-बार कहते रहे कि प्लीज मत जाओ...
लड़की ने कहा कि अगले दिन उसने जज को फोन पर मैसेज भेजा कि वह उनके साथ काम करना जारी नहीं रख सकती, जिसके बाद जज लगातार उसे बार-बार फोन करते रहे और आखिर में उसे माफी मांगते हुए मैसेज भी भेजा। पिछले महीने लड़की ने कानूनी समाचारों से जुड़ी एक वेबसाइट पर इस घटना के बारे में ब्लॉग लिखा था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए तीन जजों की समिति बनाई थी।
इधर, कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि बेहतर होगा कि जस्टिस गांगुली खुद ही इस्तीफा दे दें। अगर उन्होंने इस्तीफ़ा नहीं दिया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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