प्रशासनिक लापरवाही के कारण के कारण पटना के गांधी मैदान में भगदड़ हुई थी। यह निष्कर्ष जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में निकाला है। यह रिपोर्ट जांच समिति में राज्य के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सौंप दी है।
इस रिपोर्ट के मुख्य बिंदू के बारे में आज बिहार के गृह सचिव और जांच दल के मुखिया आमिर शुभानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि व्यवस्था में कमियां थीं। इसी वजह से भगदड़ को नियंत्रित करने में दिक्कत आई। लगाई गईं हाई मास्ट लाइट काम नहीं कर रही थीं। गेट पर लाउट स्पीकर का इंतजाम नहीं किया गया था। ट्रैफिक की व्यवस्था नहीं की गई थी। हर गेट पर पर्याप्त संख्या में मैजिस्ट्रेट की तैनाती नहीं की गई थी।
जांच समिति ने इन प्रशासनिक खामियों के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार माना है। जिला पुलिस को भी दोषी माना गया है और पटना नगर निगम पर दोष डाला गया है। ट्रैफिक व्यवस्था नहीं किया जाने के लिए जिला ट्रैफिक पुलिस पर भी दोष लगे हैं।
बताया जा रहा है कि कि इस रिपोर्ट के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाई शुरू होगी। इन सभी अधिकारियों का पहले ही तबादला कर दिया गया है।
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