आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव लगातार सृजन घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं.
नई दिल्ली:
बिहार में 700 करोड़ के सृजन घोटाले के आरोपी नाजिर महेश मंडल की रहस्यमयी तरीके से हुई मौत पर आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए हैं. इस मौत के बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर सृजन घोटाले की तुलना मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले से की है. साथ ही ये भी आशंका जताई है कि सृजन घोटाला व्यापमं से भी ज्यादा व्यापक है. तेजस्वी ने ट्वीट किया, 'सृजन घोटाले में गिरफ्तार आरोपी जदयू नेता के पिता और आरोपी नाजिर महेश मंडल की देर रात जेल में विषम परिस्थितियों मे मौत। व्यापमं से भी व्यापक है सृजन.'
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परिवार वाले कह रहे पुलिस की लापरवाही से हुई मौत: सृजन घोटाले के आरोपी महेश मंडल की रविवार शाम मौत हो गई. महेश किडनी और कैंसर की बीमारी का इलाज करा रहे थे. महेश की गिरफ्तारी पिछले रविवार को भागलपुर से हुई थी, हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी उनका इलाज एक अस्पताल में चल रहा था. परिवारवालों का आरोप है कि महेश की मौत जेल और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है.
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महेश जिला कल्याण विभाग में नाजिर थे और इस घोटाले के सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. अपनी गिरफ्तारी के बाद महेश ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया था वह काफी चौंकाने वाला था. उनके गांव में डेढ़ एकड़ का विशाल घर मिला था, जिसकी चर्चा है कि हर कमरा न केवल वातानूकुलित है, बल्कि बाथरूम में भी एयरकंडीशन लगा है. महेश का बेटा शिव मंडल जनता दल यूनाइटेड का भागलपुर इकाई का युवा विंग का अध्यक्ष था और इस मामले के प्रकाश में आने के बाद उसे भी पार्टी से बाहर कर दिया गया.
VIDEO : बिहार में 700 करोड़ रुपये का सृजन घोटाला
शिव जिला परिषद का सदस्य है और अपने साथ पूछताछ में महेश ने माना था कि जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने करीब 3 करोड़ ख़र्च किया, लेकिन वह अपने बेटे को चुनाव में जीत नहीं दिला सके. इस बीच भागलपुर पुलिस ने रविवार को आरोपी और अब भाजपा से निलंबित नेता विपिन शर्मा समेत कई लोगों के यहां छापेमारी की. इनमें से अधिकांश इन आरोपियों के सृजन की काली कमाई से शुरू किए गए व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं.
मालूम हो कि मध्य प्रदेश में बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले से जुड़े अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें बड़े पत्रकार के अलावा कई अधिकारी और कॉलेजों के प्रोफेसर तक हैं. व्यापमं घोटले की सीबीआई जांच की मांग लंबे समय से हो रही है, लेकिन शिवराज सिंह सरकार इसे मान नहीं रही है.सृजन घोटाले में गिरफ़्तार जदयू नेता के पिता व आरोपी नाज़िर महेश मंडल की देर रात जेल में विषम परिस्थितियों मे मौत।व्यापम से भी व्यापक है सृजन
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 21, 2017
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परिवार वाले कह रहे पुलिस की लापरवाही से हुई मौत: सृजन घोटाले के आरोपी महेश मंडल की रविवार शाम मौत हो गई. महेश किडनी और कैंसर की बीमारी का इलाज करा रहे थे. महेश की गिरफ्तारी पिछले रविवार को भागलपुर से हुई थी, हालांकि गिरफ्तारी के बाद भी उनका इलाज एक अस्पताल में चल रहा था. परिवारवालों का आरोप है कि महेश की मौत जेल और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है.
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महेश जिला कल्याण विभाग में नाजिर थे और इस घोटाले के सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. अपनी गिरफ्तारी के बाद महेश ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया था वह काफी चौंकाने वाला था. उनके गांव में डेढ़ एकड़ का विशाल घर मिला था, जिसकी चर्चा है कि हर कमरा न केवल वातानूकुलित है, बल्कि बाथरूम में भी एयरकंडीशन लगा है. महेश का बेटा शिव मंडल जनता दल यूनाइटेड का भागलपुर इकाई का युवा विंग का अध्यक्ष था और इस मामले के प्रकाश में आने के बाद उसे भी पार्टी से बाहर कर दिया गया.
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शिव जिला परिषद का सदस्य है और अपने साथ पूछताछ में महेश ने माना था कि जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने करीब 3 करोड़ ख़र्च किया, लेकिन वह अपने बेटे को चुनाव में जीत नहीं दिला सके. इस बीच भागलपुर पुलिस ने रविवार को आरोपी और अब भाजपा से निलंबित नेता विपिन शर्मा समेत कई लोगों के यहां छापेमारी की. इनमें से अधिकांश इन आरोपियों के सृजन की काली कमाई से शुरू किए गए व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं.
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