सपा विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर के बाद लाइसेंस रद्द करने की तैयारी

शहजिल इस्लाम के कथित तौर पर अवैध रूप से निर्मित पेट्रोल पंप को जिला प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया. बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सपा विधायक इस्लाम के पेट्रोल पंप को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया.

सपा विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर के बाद लाइसेंस रद्द करने की तैयारी

Yogi Adityanath के खिलाफ दिया था विवादित बयान

बरेली:

यूपी के बरेली में सपा विधायक शहजिल इस्लाम (SP MLA Shahjil Islam ) के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चलने के बाद लाइसेंस रद्द करने की तैयारी हो रही है. बरेली जिले के भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चलने के बाद अब उनके पेट्रोल पंप का लाइसेंस निरस्त किये जाने की भी पहल शुरू की गई है. इस्लाम इस माह की शुरुआत में उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद सुर्खियों में आ गए.शुक्रवार को प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बरेली के जिलाधिकारी ( डीएम) को पत्र लिखकर पेट्रोल पंप की अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की शर्तों का पालन न करने पर उसके लाइसेंस को निरस्त करने की संस्तुति की है.

सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही राजस्व विभाग से यह जांच भी कराने को कहा गया है कि पेट्रोल पंप जिस जमीन पर संचालित किया जा रहा है, उस जमीन का मालिकाना हक किसका है.गुरुवार को शहजिल इस्लाम के कथित तौर पर अवैध रूप से निर्मित पेट्रोल पंप को जिला प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया. बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सपा विधायक इस्लाम के बरेली-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर परसाखेड़ा स्थित पेट्रोल पंप को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया.

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उन्होंने बताया कि यह पेट्रोल पंप बिना नक्शा पास कराये बनाया गया था. इसके लिए पहले ही नोटिस जारी किया गया था, मगर कोई जवाब नहीं मिला. पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र भी नहीं लिया गया है. सपा विधायक का कहना है कि वह बहुत परेशान हैं और इस मसले पर कोई बात नहीं करना चाहते. गौरतलब है कि सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने पिछले दो अप्रैल को पार्टी के जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना की ओर से आयोजित अपने सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति भड़काऊ टिप्पणी की थी. इस मामले में उनके खिलाफ चार अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की गई थी.