कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के बाद माफी मांगी.(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के आर्मी चीफ को 'सड़क का गुंडा' संबंधी बयान की निंदा करते हुए सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग की. साथ ही कांग्रेस पर लगातार सेना को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण से इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ''हम इसकी निंदा करते हैं और कांग्रेस नेतृत्व विशेष रूप से सोनिया गांधी से मांग करते हैं कि लगातार सेना का अपमान करने वाले ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करें. उनको माफी मांगनी चाहिए.'' इसके साथ निर्मला सीतारमण ने कहा, ''वे अपनी ही सेना को हतोत्साहित और शर्मिंदा कर रहे हैं. जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया है...उससे मैं और हमारी पार्टी हैरान हैं...ये बयान ऐसी पार्टी (पार्टी) के बड़े नेताओं की तरफ से आ रहे हैं जिसने हम पर 60 साल शासन किया है.''
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने थलसेना प्रमुख जनरल विपिन रावत के सार्वजनिक बयानों को लेकर रविवार को उनकी की तुलना ''सड़क के गुंडे'' से कर दी. उनके इस बयान से विवाद पैदा हो गया. कांग्रेस ने आनन-फानन में दीक्षित के बयान से पल्ला झाड़ लिया. चौतरफा आलोचना के बाद दीक्षित ने अपना बयान वापस लिया और माफी मांगी. पूर्व लोकसभा सांसद संदीप दीक्षित ने कहा, ''पाकिस्तानी थल सेना की तरह हमारी माफिया थलसेना नहीं है जो सड़क के गुंडों की तरह बयानबाजी करती है. जब हमारे थलसेना प्रमुख 'सड़क के गुंडे' की तरह बयान देते हैं तो बुरा लगता है.'' दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र दीक्षित ने यह भी कहा कि भारतीय थलसेना में गहराई है, भद्रता है और यह एक महान संस्था है, इसने अपने साथ एक विशेष संस्कृति विकसित की है.
संदीप दीक्षित ने कहा, ''मैं नहीं समझता कि हमारे थलसेना प्रमुख इस पर खरे उतरे हैं. मेरा मानना है कि यह थलसेना प्रमुख उस छवि पर खरे नहीं उतरते जैसे भारतीय थलसेना की होनी चाहिए. मेरा मानना है कि थलसेना प्रमुख को राजनीतिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.'' बहरहाल बाद में विवाद होने पर संदीप दीक्षित ने ट्वीट किया, ''थलसेना प्रमुख की एक टिप्पणी पर मेरा ऐतराज है, लेकिन मुझे उचित शब्द चुनने चाहिए थे. मैं माफी मांगता हूं.''
थलसेना प्रमुख के खिलाफ की गई दीक्षित की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब दिया. रिरिजू ने लिखा, ''कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? कांग्रेस ने भारतीय थलसेनाध्यक्ष को 'सड़क का गुंडा' कहने की हिमाकत कैसे की?''
(समाचार एजेंसी भाषा से भी इनपुट)
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने थलसेना प्रमुख जनरल विपिन रावत के सार्वजनिक बयानों को लेकर रविवार को उनकी की तुलना ''सड़क के गुंडे'' से कर दी. उनके इस बयान से विवाद पैदा हो गया. कांग्रेस ने आनन-फानन में दीक्षित के बयान से पल्ला झाड़ लिया. चौतरफा आलोचना के बाद दीक्षित ने अपना बयान वापस लिया और माफी मांगी. पूर्व लोकसभा सांसद संदीप दीक्षित ने कहा, ''पाकिस्तानी थल सेना की तरह हमारी माफिया थलसेना नहीं है जो सड़क के गुंडों की तरह बयानबाजी करती है. जब हमारे थलसेना प्रमुख 'सड़क के गुंडे' की तरह बयान देते हैं तो बुरा लगता है.'' दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र दीक्षित ने यह भी कहा कि भारतीय थलसेना में गहराई है, भद्रता है और यह एक महान संस्था है, इसने अपने साथ एक विशेष संस्कृति विकसित की है.
संदीप दीक्षित ने कहा, ''मैं नहीं समझता कि हमारे थलसेना प्रमुख इस पर खरे उतरे हैं. मेरा मानना है कि यह थलसेना प्रमुख उस छवि पर खरे नहीं उतरते जैसे भारतीय थलसेना की होनी चाहिए. मेरा मानना है कि थलसेना प्रमुख को राजनीतिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.'' बहरहाल बाद में विवाद होने पर संदीप दीक्षित ने ट्वीट किया, ''थलसेना प्रमुख की एक टिप्पणी पर मेरा ऐतराज है, लेकिन मुझे उचित शब्द चुनने चाहिए थे. मैं माफी मांगता हूं.''
थलसेना प्रमुख के खिलाफ की गई दीक्षित की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब दिया. रिरिजू ने लिखा, ''कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? कांग्रेस ने भारतीय थलसेनाध्यक्ष को 'सड़क का गुंडा' कहने की हिमाकत कैसे की?''
(समाचार एजेंसी भाषा से भी इनपुट)
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