गोवा के फैब इंडिया शोरूम में छिपा कैमरा लगाने के आरोप में गिरफ्तार 4 आरोपियों को शनिवार को जमानत मिल गई। गोवा के कैंडोलिम में स्थित फैब इंडिया के इन कर्मचारियों को 24 घंटे बाद, मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 5000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार शाम शोरूम के ट्रायल रूम में हिडन कैमरा लगा होने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुआ स्टोर के 4 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने परेश एस भगत, प्रशांत नाइक, करीम लखानी और राजू पायंचा को पुलिस हिरासत में रखने की मांग की, ताकी उनसे कैमरे में रिकॉर्ड तस्वीरों के अलावा फरार स्टोर मैनेजर के बारे में पता लगाया जा सके।
पुलिस ने कोर्ट में बताया कि कैमरे को इस तरह से लगाया गया था ताकि उससे चैंजिंग रूम के अंदर की तस्वीरें ली जा सकें, स्थानीय विधायक जिन्होंने कैमरे की तस्वीरें देखने का दावा किया है उनका भी कहना था कि कैमरे ने कपड़े बदलते वक्त कई तस्वीरें रिकॉर्ड की हैं।
लेकिन कर्मचारियों के वकील की दलील थी कि कैमरे महज़ स्टोर से कपड़ों की चोरी रोकने के लिए लगाया गया था, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कैमरा छिपा नहीं था और तस्वीरें देखने वाली स्टोर मैनेजर भी महिला ही हैं। उधर फैब इंडिया ने भी मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
अपने बयान में कंपनी ने कहा, 'कैंडोलिम, गोवा के स्टोर में जिस कैमरे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं ... उसे निगरानी के लिए लगाया गया था, पूरे स्टोर में कहीं भी कोई छिपा कैमरा नहीं लगाया गया है। कैमरा सबकी नज़रों के सामने है, और हर स्टोर में ये बात लिखी हुई भी है कि निगरानी के लिए यहां कैमरे लगे हैं। बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर एक भी फिर सैलानियों के लिए गोवा की छवि पर सवालिया निशान उठने लगे हैं।
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