महाराष्ट्र में विधानसभा नतीजों के आने के बाद से सरकार बनाने का अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. बीजेपी और शिवसेना के बीच 50-50 का गतिरोध जारी है. इसी बीच शिवसेना की ओर से दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्मंत्री होगा और उसके पास 170 विधायकों का समर्थन है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज राज्यपाल से मिलने की भी योजना बना रहे हैं और इस मुलाकात में वह सबसे बड़े विपक्षी दल का सरकार बनाने का न्यौता देने की बात करेंगे. वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करेंगे. दूसरी दिल्ली में आज शाम एनसीपी प्रमुख शरद पवार कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे. वहीं संजय राउत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'पर्दे के पीछे कोई बात नहीं हो रही है. गतिरोध जारी है इसके जिम्मेदार हम नही हैं. बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को सरकार बनाने के लिए दावा पेश करना चाहिए. लेकिन अगर वह इसमें नाकाम होते हैं, तो हम दावा करेंगे.' आपको बता दें कि अगर संजय राउत महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलते हैं तो नतीजे आने के बाद से शिवसेना की राज्यपाल से तीसरी मुलाकात होगी.
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. इस गठबंधन ने मिलकर आसानी से बहुमत का आंकड़ा 145 छू लिया है. लेकिन शिवसेना ने शर्त रखी है कि वह सरकार बनाने में तभी शामिल होगी जब बीजेपी लिखित में 50-50 वाले फॉर्मूले पर सहमति दी. जिसके मुताबिक ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री रहेगा तो ढाई साल शिवसेना का. शिवसेना का दावा है कि इस फॉर्मूले पर ही लोकसभा चुनाव के दौरान उद्धव ठाकरे और अमित शाह के बीच सहमति बनी थी. फिलहाल बीजेपी और सीएम फडणवीस ने इस फॉर्मूले को सिरे से खारिज कर दिया है.
इस खींचतान के बीच शिवसेना ने एनसीपी से भी दोस्ती बढ़ाई है. संजय राउत ने दीपावली के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद से भी मुलाकात की है. कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. जिसमें कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं. हालांकि अजीत पवार का कहना था जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने का आदेश सुनाया है. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है.
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