सहारा डायरी मामला : शीला दीक्षित ने कहा- क्या पीएम मोदी पाक साफ होकर बाहर निकलेंगे?

सहारा डायरी मामला : शीला दीक्षित ने कहा- क्या पीएम मोदी पाक साफ होकर बाहर निकलेंगे?

कांग्रेस नेता शीला दीक्षित (फाइल फोटो)

खास बातें

  • इस मामले में पीएम के खिलाफ शीला दीक्षित ने कांग्रेस के सुर में सुर मिलाया
  • शीला ने कहा- मुझे जो कहना था, कह दिया. अब गेंद पीएमओ और अन्य के पाले में
  • कांग्रेस ने सहारा डायरियों के मामले में स्वतंत्र जांच की मांग की
नई दिल्ली:

'सहारा डायरी' पर अपनी टिप्पणियों को लेकर पैदा हुए तूफान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के हमले की धार कुंद पड़ने के बीच शीला दीक्षित ने सोमवार को पार्टी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक साफ निकल कर आने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री पर है.

दीक्षित ने ट्वीट किया, 'जो कुछ मुझे कहना था, मैंने कह दिया है. अब गेंद पीएमओ और अन्य के पाले में है. क्या वह जवाब देंगे और पाक साफ होकर बाहर निकलेंगे?'
 

'सहारा डायरियों' की सत्यता पर सवाल उठाने के बाद कांग्रेस में बढ़ती बेचैनी के बीच शीला दीक्षित का यह स्पष्टीकरण आया है. इन्हीं डायरियों के आधार पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी पर बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री कॉरपोरेट घरानों से धन लेने का आरोप लगाया था.

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का नाम भी उस सूची में आया था, जिसे कांग्रेस ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपने आरोपों की पुष्टि के लिए ट्वीट किया था.

रविवार को शीला दीक्षित ने किसी भी गलत काम से साफ इनकार करते हुए कहा था, 'यह केवल सुनी-सुनाई बातें हैं. आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. मैं पूरी तरह इन आरोपों से इनकार करती हूं.'

वहीं कांग्रेस ने सोमवार को सहारा डायरियों के मामले में स्वतंत्र जांच की मांग की, जिनमें कथित रूप से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और कुछ अन्य मुख्यमंत्रियों के नाम हैं.

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, 'जिसका भी नाम है, जांच होनी चाहिए. किसी का भी नाम हो, उसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए. आप निष्पक्ष, स्वतंत्र जांच से क्यों बच रहे हैं?' उन्होंने कहा कि पहले जांच होनी चाहिए जिसमें कुछ नाम गलत साबित हो सकते हैं. जांच के बाद ही कार्रवाई की जा सकती है.

रमेश ने उन सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ भी स्वतंत्र जांच की मांग की जो 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के ऐलान से पहले कथित तौर पर इस फैसले के बारे में जानते थे.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी यह पता लगाने के लिए स्वतंत्र समयबद्ध जांच का आदेश देंगे कि क्या कुछ भाजपा नेताओं ने अपने कालेधन को सफेद में बदला और क्या उन्हें नोटबंदी के ऐलान से पहले फैसले की जानकारी थी.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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