कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अगर चाहें तो विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों को शांत करवा सकते हैं, लेकिन उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है. चार दिवसीय केरल लिटरेचर फेस्टिवल के अंतिम दिन थरूर ने कहा, "प्रदर्शन रुक सकता है, अगर नरेंद्र मोदी और अमित शाह कहे कि हम NRC का विचार छोड़ रहे हैं और NPR गणना नहीं होगी और घर-घर जाकर यह नहीं पूछेंगे कि आप के माता-पिता कहां पैदा हुए और दस्तावेजी सबूत नहीं मांगेंगे." हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री दोनों इस तरह का भरोसा देने के लिए तैयार नहीं हैं.
बता दें कि नागरिकता कानून के विरोध में देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं. इनमें से कई प्रदर्शनों की अगुवाई महिलाएं कर रही हैं, लंबे वक्त से चले आ रहे ये विरोध प्रदर्शन सरकार के लिए चुनौती बन गए हैं. ऐसे में इन मामलों पर राजनीति गहमा-गहमी होना भी लाजमी है. शशि थरूर समेत कई पार्टियों के नेताओं ने इन विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया है और नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर जैसे सरकार के फैसलों को सिरे से खारिज किया है.
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