शरद पवार (फाइल फोटो)
मुंबई:
भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने आज कहा कि संविधान को बदलने की किसी भी कोशिश का आम जनता कड़ा विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि जो संविधान को बदलने की कोशिश, करेंगे लोग उन्हें बर्बाद कर देंगे. पवार ने कहा कि लोगों ने 1975 में आपातकाल लागू करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को (1977 के चुनाव में) ‘सबक सिखाया ’था.
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केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए अनुभवी नेता ने आरोप लगाया कि संविधान को बदलना सत्तारूढ़ भाजपा की नीति है. गौरतलब है कि हेगड़े ने पिछले साल कहा था , ‘हम यहां संविधान बदलने के लिए हैं और हम इसे बदल देंगे.’ हालांकि बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली थी.
राकांपा प्रमुख ने ‘संविधान बचाओ’ पर पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा , ‘लोग संविधान को बदलने की कोशिश करने वाले लोगों को बर्बाद कर देंगे. राकांपा सत्तारूढ़ सरकार को सत्ता से हटाने की लड़ाई लड़ेगी. लड़ाई आसान नहीं है लेकिन हम अंत तक लड़ेंगे.’ उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गरीब को उठाने के लिए कड़ी मेहनत की और अपने कार्यकाल के दौरान वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा में सुधार किया.
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वर्ष 1999 में राकांपा की स्थापना से पहले कांग्रेस में रहे पवार ने कहा , ‘हालांकि कुछ विचित्र परिस्थितियों के कारण उन्होंने देश में आपातकाल लागू किया. आम आदमी ने उन्हें सबक सिखाया और उन्होंने ना केवल चुनावों में अपनी सरकार गंवाई बल्कि वह अपनी संसदीय सीट भी हार गई.’
पवार ने आरोप लगाया कि पिछले चार वर्षों में वंचित वर्गों, अल्पसंख्यकों , महिलाओं और पिछड़े वर्गों पर अत्याचार बढ़ गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या करने की कई घटनाएं हुई लेकिन आरोपी खुले में घूम रहे हैं. सत्तारूढ़ सरकार संविधान में विश्वास नहीं करती.’ पिछले महीने उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद से पवार ने नरेंद्र मोदी सरकार पर अपने हमले तेज कर दिए हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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पवार ने आरोप लगाया कि पिछले चार वर्षों में वंचित वर्गों, अल्पसंख्यकों , महिलाओं और पिछड़े वर्गों पर अत्याचार बढ़ गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या करने की कई घटनाएं हुई लेकिन आरोपी खुले में घूम रहे हैं. सत्तारूढ़ सरकार संविधान में विश्वास नहीं करती.’ पिछले महीने उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद से पवार ने नरेंद्र मोदी सरकार पर अपने हमले तेज कर दिए हैं.
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