कथित तौर पर शानू की पिटाई करते दिल्ली पुलिस वाले (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
उत्तरी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में सोमवार को पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में एक व्यक्ति की 'रहस्यमय' मौत की जांच के लिए आप सरकार द्वारा गठित मजिस्ट्रेट जांच में मौत के लिए पुलिसकर्मियों को 'जवाबदेह' बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार घटना की जांच कर रहे शाहदरा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने शानू शाहनवाज चौधरी (35) की मौत को 'अस्वाभाविक' बताया और उन पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया जो उसे अस्पताल ले गए थे।
चौधरी की सोमवार को 'रहस्यमय' स्थिति में पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी। इसके पहले चौधरी ने पुलिस और एक दंपती के बीच झगड़े में बीच बचाव किया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'
सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सूत्रों के अनुसार घटना की जांच कर रहे शाहदरा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने शानू शाहनवाज चौधरी (35) की मौत को 'अस्वाभाविक' बताया और उन पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया जो उसे अस्पताल ले गए थे।
चौधरी की सोमवार को 'रहस्यमय' स्थिति में पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी। इसके पहले चौधरी ने पुलिस और एक दंपती के बीच झगड़े में बीच बचाव किया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'
सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे।
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
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